पंच👊नामा ब्यूरो
हरिद्वार: देवबंद से बरामद होने के बाद कोर्ट के आदेश पर आश्रय गृह रावली महदूद रोशनाबाद भेजी गई एक किशोरी ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जिससे हड़कंप मच गया। एसडीएम सरदार पूरण सिंह राणा और सीओ महिला सुरक्षा रीना राठौर समेत पुलिस प्रशासन अधिकारियों ने आश्रय गृह पहुंचकर घटना की जानकारी जुटाई। इस पूरी घटना में आश्रय गृह प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।पुलिस के मुताबिक, बहादराबाद क्षेत्र के बोंगला गांव की एक किशोरी 22 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गई थी। उसके पिता ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने उसे सहारनपुर के देवबंद उत्तर प्रदेश से बरामद किया था। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे मेडिकल होने तक कोर्ट ने रावली महदूद क्षेत्र के आश्रय गृह भेज दिया गया था। बताया गया है कि किशोरी ने आज सुबह नाश्ता करने के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। किशोरी का शव फांसी पर लटका मिलने से हड़कंप मच गया। पुलिस पूरे मामले की जानकारी लेने में जुटी हुई है। उसके परिजनों को भी बुला लिया गया है। चूंकि, किशोरी को आश्रय गृह की देखरेख में दिया गया था, इसलिए इस पूरे मामले से आश्रय गृह प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। आखिर किशोरी के फांसी लगाने के दौरान वहां कोई मौजूद क्यों नहीं था। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी इसी आश्रय गृह से एक पीड़िता गायब हो गई थी, आश्रय गृह की व्यवस्था पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। एसडीएम पूरण सिंह राणा और सीओ महिला सुरक्षा रीना राठौर के अलावा इंस्पेक्टर सिडकुल प्रमोद उनियाल व बहादराबाद थानाध्यक्ष नितेश शर्मा मौके पर मौजूद हैं।