अभी डीडीसी कोर्ट में विचाराधीन है दरगाह की बेशकीमती जमीन का विवाद…
जमीन बचाओ समिति ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी जानकारी....

पंच👊नामा-ब्यूरो
रुड़की: दरगाह की बेशकीमती जमीन का विवाद भले ही एक पक्ष के नजरिए से निपट गया हो लेकिन दूसरा पक्ष जमीनी विवाद को न्यायालय में विचाराधीन बताकर पैमाइश आदि गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग कर रहा है। आज हज हाउस सभागार में जमीन बचाओ समिति के सदस्यों ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि दरगाह की मेला वाली भूमि पर डीडीसी के यहां वाद विचाराधीन है ऐसे में उक्त जमीन की पैमाइश कर किसी पक्ष के सुपुर्द करना जायज नही है।
गौरतलब है कि पिरान कलियर स्थित बेशकीमती जमीन को लेकर पिछले लंबे समय से सज्जादा परिवार और उत्तराखंड वक्फबोर्ड के बीच विवाद चला आरहा है। सज्जादा परिवार का दावा है कि उक्त जमीन के वाद को वह मान्य सर्वोच्च न्यायालय से जीत कर आए है जबकि दूसरे पक्ष का कहना है जिन नम्बरों पर सज्जादा परिवार जीते है वो नम्बर मेला भूमि के नही है, और सज्जादा परिवार मेला भूमि को उक्त नम्बर बताकर कब्जा करना चाहते है। आज जमीन बचाओ समिति के सदस्यों ने पिरान कलियर स्थित हज हाउस सभागार में प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि अभी दो दिन पूर्व मेला भूमि की पैमाइश के लिए तहसील प्रशासन की टीम आई थी जिसके बाद हज कमेटी चैयरमैन और जमीन बचाओ समिति की दखल के बाद पैमाइश नही हो पाई, उनका आरोप है कि सज्जादा परिवार प्रशासन को गुमराह कर मेला भूमि पर कब्जा लेना चाहता है, जबकि मान्य हाईकोर्ट के आदेश में स्पष्ट लिखा है कि यदि उक्त जमीन पर कोई वाद किसी न्यायालय में विचाराधीन नही है तो उसकी पैमाइश कर कब्जा दिया जाए, उन्होंने बताया मेला भूमि नम्बर 79. 90 पर डीडीसी हरिद्वार के यहां वाद विचाराधीन है, इसलिए जब तक उसका निपटारा ना हो उक्त जमीन की पैमाइश ना कि जाए। उन्होंने बताया उक्त दोनों नम्बरों को लेकर उत्तराखंड वक्फ प्राधिकरण में भी मामला विचाराधीन है।