धर्म-कर्महरिद्वार

साबिर पाक लेते है हम से काम, वरना मेरी क्या औकात: नूर मौहम्मद..

क्षतिग्रस्त गूलर के पेड़ के गमलों की कराई मरम्मत, उर्स में करते है साज सज्जा का कार्य..

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पंच👊नामा-ब्यूरो
पिरान कलियर: दरगाह परिसर और दरगाह शरीफ में होने वाले अधिकांश कार्यो को साबिर पाक के चाहने वाले अकीदतमंद बड़ी मुहब्बत के साथ कराते है, बिना हैसियत के लोग भी इन कार्यो में बढ़चढ़-कर हिस्सा लेते है, जो साबिर पाक की मुहब्बत को बयां करती है। ऐसे ही एक अकीदतमंद ने साबिर पाक परिसर में खड़े गूलर के पेड़ के गमले की मरम्मत का कार्य कराया, ये गमला काफी समय से क्षतिग्रस्त अवस्था मे पड़ा था, जिसे देखकर अकीदतमंद हताश हो रहे थे। इसके साथ ही दरगाह में उर्स के दौरान होने वाली साज सज्जा का कार्य को भी निस्वार्थ भाव से यही अकीदतमंद अंजाम देते है।
आस्था की नगरी पिरान कलियर में विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक में अपनी गहरी आस्था रखने वाले अकीदतमंद पूरे जज्बे के साथ व्यवस्थाओं को बनाने में अहम योगदान करते है। इन्ही आस्थावान लोगो मे एक नाम नूर मौहम्मद का भी शामिल है। नूर मौहम्मद मुरादाबाद बरेली शरीफ के रहने वाले हैं और दरबार शरीफ में अपनी गहरी आस्था रखते हैं। नूर मौहम्मद दरगाह परिसर और दरगाह शरीफ में उर्स के दौरान साज सज्जा का कार्य अपनी जानिब से करते है, इसके अलावा अन्य दिनों में भी नूर मौहम्मद दरगाह शरीफ को सजाने में अहम रोल निभाते है, अभी हाल ही में नूर मौहम्मद ने दरगाह परिसर में खड़े गूलर के पेड़ के गमलों की मरम्मत कराई, जो काफी समय से क्षतिग्रस्त हालत में थे। नूर मौहम्मद ने दरगाह सज्जादानशीन शाह अली एजाज़ साबरी से राब्ता कायम कर दरगाह प्रशासन से अनुमति ली और इसके बाद अपने निजी खर्च से गमलों की मरम्मत कराई। ऐसे ही अनेको अकीदतमंद है जो दरगाह में होने वाले कार्यो में बढ़चढ़कर हिस्सा लेते है। उर्स के दौरान रंगरोगन से लेकर साज सज्जा का कार्य अकीदतमंद अपने खर्च पर कराते है। नूर मौहम्मद बताते है कि दरगाह शरीफ में काम करके उन्हें दिली सुकून मिलता है वो कहते है उनके पास जो है वो साबिर पाक से अता है, नूर मौहम्मद कहते है वो इस लायक नही की साबिर पाक में कुछ काम कराया सके लेकिन साबिर पाक उनसे ये काम लेते है, नूर मौहम्मद ने बताया सज्जादानशीन शाह अली एजाज़ साबरी और अन्य जिम्मेदार लोगों की मदद से वो इस ख़िदमत को अंजाम देते है।

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सज्जादानशीन के लिए खुद को किया वक्फ….
नूर मौहम्मद मुरादाबाद के रहने वाले हैं और पिछले 8 वर्षों से दरगाह साबिर पाक के सज्जादानशीन की ख़िदमत में हैं। नूर मौहम्मद पहले मंसूर मियां की खिदमत में रहे और अब नवनियुक्त सज्जादानशीन अली शाह मियां की खिदमत में हैं। नूर मौहम्मद बताते है कि उन्होंने खुद को सज्जादानशीन की खिदमत में वक्फ किया हुआ है। नूर मौहम्मद से पहले हनीफ खान सज्जादानशीन के ख़ादिम थे उनकी मृत्यु के बाद से नूर मुहम्मद इस ख़िदमत को अंजाम दे रहे हैं।

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