
पंच👊नामा-ब्यूरो
समाज में नशे का जहर घोलने वाले पुलिस से बचने के लिए क्या-क्या फंडे नहीं अपनाते। देहरादून में नशे के धंधेबाजों ने पुलिस की आंखों में धूल झौंकने के लिए जोमेटो और स्वीगी के डिलीवरी ब्वॉय का रूप ही धारण कर लिया। बावजूद इसके, पुलिस ने मुलिस ने तीन धंधेबाजों को धर दबोचा। उनसे 70 ग्राम स्मैक और स्मैक बेचकर कमाई साढे तीन लाख रुपये भी बरामद हुए हैं।
देहरादून के पुलिस कप्तान दलीप सिंह कुंवर ने प्रेस कान्फ्रेंस में बताया कि टर्नर रोड निवासी नेहा ने जिम से उसका डेढ़ लाख रुपये का मोबाइल चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने पर चोर की पहचान जसबीर सिंह के रूप में की। पुलिस ने उसकी धरपकड़ के लिए जाल बिछाया और आशारोड़ी चेक पोस्ट पर चेकिंग करते हुए एक कार में सहारनपुर की तरफ से आ रहे तीन संदिग्धों को पकड़ लिया। उन्होंने पूछताछ में अपने नाम नीरज कुमार, विशाल और सौरभ बताए। गांधी कॉलोनी देवबंद जिला सहारनपुर निवासी जिम ट्रेनर है। उसने बताया कि विशाल उसका बड़ा भाई है। विशाल के साथ सौरव भी जोमैटो में डिलीवरी ब्वॉय का काम करते हैं। चोरी के मामले में जेल जाने पर उनकी मुलाकात नशा तस्करों से हुई और बाहर आकर उन्होंने स्मैक बेचने का धंधा शुरू कर दिया। किसी को शक न हो, इसके लिए उन्होंने स्वीगी और जोमैटो के डिलीवरी ब्वॉय बनकर होम डिलीवरी भी शुरू कर दी। कप्तान दलीप कुंवर ने बताया कि नीरज देवबंद से सस्ते दामों में इसमें खरीदकर देहरादून लाता था। नीरज और सौरव डिलीवरी करते थे।
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नशे के धंधे में खरीदा 25 लाख का प्लॉट……
एसएसपी ने बताया कि तीनों नशे से पैसा कमाकर अपने महंगे शौक पूरे करते थे। उन्होंने एक कार, एक केटीएम बाइक, तीन बाइके और देहरादून में 25 लाख रुपये का एक प्लॉट भी खरीदा था। डिलीवरी ब्वॉय के भेष में नशा तस्कर सामने आने से पुलिस भी हैरान है। चूंकि यह अपने आप में अनूठा मामला है। इसलिए आला अधिकारियों ने बाकी जिलों में पुलिस को इस एंगल पर सक्रियता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।