अपराधहरिद्वार

प्रोपर्टी के लिए संत की हत्या कर गंगा में फेंक शव, आश्रम में बैठाया फ़र्ज़ी बाबा, पुलिस ने खोला ब्लाइंड मर्डर का राज़..

चार महीने से लापता थे संत, पुलिस ने 24 घंटे में किया पर्दाफाश, कपड़ा बेचने वाला निकला मास्टरमाइंड..

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पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कनखल क्षेत्र में एक आश्रम की करोड़ों की संपत्ति हड़पने के लिए एक संत की हत्या कर शव को गंगा में फेंकने का मामला सामने आया है। दरअसल, संत चार महीने से लापता थे। एक दिन पहले ही संत की गुमशुदगी दर्ज कराई गई।

फाइल फोटो: प्रमेन्द्र डोबाल (पुलिस कप्तान हरिद्वार)

एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर खोजबीन में जुटी कनखल थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल की टीम ने 24 घंटे के भीतर साजिश का पर्दाफाश करते हुए फर्जी बाबा समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सामने आया कि कपड़ा बेचने वाले एक व्यक्ति ने पूरी साजिश रची थी।

फाइल फोटो: हत्या

जिसके तहत यह प्रचार किया गया कि संत धर्म प्रचार के लिए अयोध्या गए हैं। इसी बीच हत्या करने के बाद एक फर्जी बाबा को आश्रम में बैठा दिया गया और अब प्रॉपर्टी खुर्द-बुर्द करने की तैयारी चल रही थी। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया। पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल ने रोशनाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ब्लाइंड मर्डर केस से पर्दा उठाया।एसएसपी ने बताया कि रुद्रानन्द पुत्र श्यामलहरी गिरी निवासी रायवाला गौरी गीता आश्रम बिरला मन्दिर देहरादून ने 17 अक्टूबर को महन्त गोविन्द दास शिष्य बिशम्बर दास महाराज निवासी श्रद्धा भक्ति आश्रम ज्ञानलोक कॉलोनी कनखल की गुमशुदगी दर्ज कराते हुए बताया था कि 15 जून को वह धर्म प्रचार के लिए राजस्थान गए थे और वापस नहीं लौटे।

फाइल फोटो: पड़ताल

मामला संत के गायब होने से जुड़ा होने के चलते पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पड़ताल की। आश्रम के कार्यकर्ता मनीषानंद, शोभित व गुमशुदा महन्त के परिचितों से पूछताछ की तो पता चला कि जून माह 2024 से आश्रम में एक नया बाबा बैठा है, जिसको पहले कभी देखा नहीं गया। पूछताछ में कुछ लोगों की भूमिका संदिग्ध प्रतीत होने पर आश्रम में बैठाए गए नए बाबा रामगोपाल नाथ से कनखल पुलिस की कई चरणों की पूछताछ पर पूरी घटना से पर्दा उठा व मुख्य अभियुक्तों की भूमिका सामने आने पर महंत की हत्या की साजिश निकाल कर सामने आई।
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लालच आने पर रची साजिश….

फाइल फोटो: हत्या

घटना का मास्टरमाइंड अशोक फरवरी माह 2024 में आश्रम में आया था। जो कपड़े बेचने के लिए आश्रम एवं आसपास इलाकों में आता था और कभी-कभी एक या दो दिन के लिए आश्रम में रूक जाया करता था। वहीं से इसकी बाबा से मुलाकात हो गई। आश्रम के बाबा को 2021 से जानता था। इसी कारण लगभग 3 माह आश्रम में रुक कर गया था। मुख्य आरोपी अशोक समय-समय पर अपने दोस्त ललित, सौरभ व प्रदीप को आश्रम में बुलाता रहता था। इस दौरान उन्होंने आश्रम की पूरी जानकारी, महंत का उत्तराधिकारी न होने व शहर के बीचों-बीच स्थित आश्रम की बेशकीमती संपत्ति के बारे में गहनता से जानकारी इकट्ठा की। तब अशोक ने अपने साथियों ललित, सौरभ व प्रदीप के साथ षड़यंत्र रचते हुए महंत को रास्ते से हटा पूरी की पूरी बेशकीमती संपत्ति पर कब्जा कर मोटा मुनाफा कमाने का प्लान बनाया।
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हत्या कर गंगा में फेंका शव…..

फाइल फोटो: गंगा

सभी दोस्तों ने प्लान के मुताबिक सबसे पहले आश्रम में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे हटा दिए और मौका देखकर 01 जून 2024 को महंत राम गोविंद दास को पहले नशे के इंजेक्शन लगाकर मूर्छित कर गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने कट्टे में रखे शव को किराए की स्कूटी की मदद से ले जाकर गंगा नदी में फेंक दिया।

फाइल फोटो: हत्या

महंत की हत्या के बाद अशोक ने 3 जून को अपने किसी परिचित फर्जी बाबा रामगोपाल नाथ को रुपयों का लालच देकर आश्रम की निगरानी के लिए बुलाया और फर्जी बाबा को अंधेरे में रखकर महंत के धर्म प्रचार के लिए अयोध्या जाना बताया व बताया कि महंत के बारे में पूछताछ करने पर महंत के अयोध्या जाने की बात कहना।

काल्पनिक फोटो

अशोक फर्जी बाबा को बाकी लोगों के साथ उठने बैठने, खाने-पीने के दौरान कुछ दिन बाद आश्रम के महंत की हत्या की जानकारी हो गई लेकिन समय-समय पर मिल रहे खर्च एवं आश्रम बेचकर हिस्से में आने वाले मोटे मुनाफे के लालच में वह चुपचाप बैठा रहा और इस बात को दबाए रखा। अब मुख्य बात यह थी कि बाबा को ठिकाने लगाने के बाद उसके आश्रम को कैसे बेचा जाए।

फाइल फोटो

इसके लिए आरोपी अशोक ने आश्रम को बेचने के लिए संजीव त्यागी जो छोटा-मोटा प्रॉपर्टी डीलर है, से मिलकर महंत के हू-ब-हू जाली हस्ताक्षर कर फर्जी वसीयतनामा तैयार किया और संजीव त्यागी द्वारा पूरी जानकारी होने के बाद भी मोटा मुनाफा कमाने के चक्कर में आरोपियों का साथ दिया गया। पुलिस कप्तान ने बताया कि तक घटना में फिलहाल 06 आरोपी प्रकाश में आए हैं।

फाइल फोटो: जांच

विवेचना के दौरान अन्य की संलिप्तता की भी जानकारी जुटाई जा रही है।:एसएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि मास्टरमाइंड अशोक ने अपने साथियों के साथ मिलकर महंत की करोड़ों की प्रोपर्टी हड़पने के उद्देश्य से घटना को अंजाम दिया था। मुख्य आरोपी महंत की हत्या के पश्चात महंत की लगभग 50 लाख की FD, चेक बुक, मोबाइल व अन्य दस्तावेज अपने साथ ले गया और गुमराह करने के उद्देश्य से मृतक के मोबाइल में अलग अलग सिम डाल रहा था।

फाइल फोटो

महंत के बैंक एकाउंट चैक पर फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक से लगभग 10 लाख की रकम भी हड़प चुका था इसके बाद अब लाखों की FD, जिसके मूल कागज़ात इनसे बरामद हुए हैं, को कैश कराने की फिराक में घूम रहा था, लेकिन पुलिस से बच न सका। बताया कि आरोपी संजीव त्यागी के साथ मिलकर आश्रम का फर्जी वसीयतनामा बनाकर आश्रम को 10 करोड़ में बेचने की डील की तैयारी में थे।
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गुमशुदगी दर्ज न कराने पर हुआ शक…..

फाइल फोटो: गुमशुदगी

चार माह से महंत का मोबाइल स्विच ऑफ होना व उनकी कोई खबर न होने पर भी आश्रम से किसी के द्वारा पुलिस को सूचना न देने पर महंत के एक अन्य चेले रूद्रानन्द (वादी) जो परशुराम अखाडे से सम्बन्ध रखता है के शक होने पर थाना कनखल पर दिनांक 17.10.2024 को महंत की गुमशुदगी दर्ज कराई गई। जिसको कनखल पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मात्र 24 घंटे के अंदर खोल दिया।

फाइल फोटो: कनखल थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल

मुख्य आरोपी अशोक, ललित व आपराधिक षड्यंत्र में शामिल रामगोपाल नाथ व संजीव त्यागी को थाना क्षेत्र से हिरासत में लिया जा चुका है। वर्तमान में प्रकाश में आए अन्य 02 आरोपी सौरभ व प्रदीप की तलाश जारी है। विवेचना प्रचलित अगर और भी नाम प्रकाश में आए तो उनको भी नियमानुसार गिरफ्तार किया जाएगा। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि शव की तलाश में पुलिस टीमें जुटी हैं।
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आरोपियों के कब्जे से मृतक महंत गोविंदास की 16 लाख रूपए की पंजाब नेशनल बैंक की मूल FD (जिसे आरोपी कैश कराने की फिराक में था), दो चैक बुक व फर्जी वसियतनामें की छायाप्रति बरामद हुई। पकड़ में आए आरोपियों की निशांदेही पर वारदात के दौरान प्रयुक्त इंजेक्शन, नशीली गोली का पत्ता आदि बरामद किया गया।
सीओ सिटी जूही मनराल ने बताया कि आरोपी 10वीं, 12वीं पास हैं। कपड़ों का काम कर रहा मुख्य आरोपी अशोक वर्ष 2004 में बाइक चोरी के मामले में व आरोपी ललित करनाल से ज्वैलर्स लूट मामले में जेल का चुका है।
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1- अशोक कुमार पुत्र रघुवीर सिंह म०नम्बर 57 गली नम्बर 02 दुर्गापुरी एक्टेन्शन शहादरा थाना ज्योतिनगर दिल्ली
2- ललित पुत्र दिनेश शर्मा निवासी पृथ्वी विहार नियर एफसीआई गोदाम मेरठ रोड थाना 32 सेक्टर करनाल
3- संजीव कुमार त्यागी पुत्र शरदचन्द निवासी मुण्डेत थाना मंगलौर हरिद्वार
4- योगी रामगोपाल नाथ उर्फ गोपाल सिहं पुत्र स्व० मनफूल सिहं निवासी ग्राम कोहरा थाना सजेती तहसील घाटमपुर जिला कानपुर नगर 78 उ0प्र0
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पुलिस टीम थाना कनखल..….
1- सीओ सिटी जूही मनराल
2- थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल
3- जगजीतपुर चौकी प्रभारी चरण सिहं चौहान
4- ASI मुकेश राणा
5- का0 407 सतेन्द्र रावत
6- का0 653 उमेद सिंह
7- का0 जितेंद्र राणा
8- का0 संजू सैनी
9- का0 उमेश (CIU)
10- का0 वसीम (CIU)

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