पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: मुठभेड़ में गोली खाने के बाद भी जिले में गौतस्कर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। खासतौर पर खादर क्षेत्र में गौकशी की घटनाएं थम नहीं रही हैं। बहादराबाद क्षेत्र के मरगूबपुर गांव में पुलिस ने कब्रिस्तान में गौकशी का भंडाफोड़ किया है। मौके से तीन कुंटल मांस व गौकशी के औजार बरामद हुए हैं। पुलिस ने एक गौवंशक को जीवित बचा लिया। उसे शनिदेव गौशाला के सुपुर्द कर दिया गया। पड़ताल में सामने आया कि किसी को शक न हो, इसलिए कब्रिस्तान में गौकशी की जा रही थी।
बहादराबाद थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ के नेतृत्व में शांतरशाह चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार ने एक टीम को साथ लेकर कब्रिस्तान में छापा मारकर एक आरोपी को धर दबोचा। जबकि उसके दो साथी भाग निकले।

पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। पुलिस टीम फरार आरोपियों की तलाश में जुट गई है। आरोपियों को छिपाने, भगाने में मदद करने वालों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है।
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सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने जिले में गौकशी की घटनाओं पर प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए हुए हैं। गौकशी की सूचना मिलने पर बहादराबाद थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ ने शांतरशाह चौकी प्रभारी खेेमेंद्र गंगवार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम को मौके पर भेजा।

टीम ने कब्रिस्तान की घेराबंदी करते हुए छापा मारा और एक आरोपी को दबोच लिया। जबकि दो आरोपी फरार हो गए। बताया कि मौके से काटे गए पशु का करीब सौ किलोमांस, दो छुरी समेत अन्य उपकरण बरामद हुए। पशु चिकित्सक ने प्रारंभिक जांच में बरामद मांस को गाय का बताया। पकड़े गए आरोपी ने अपना नाम शाहरूख पुत्र रिफाकत निवासी गांव मरगूबरपुर बताया। जबकि फरार साथियों के नाम परवस पुत्र सहीद और आबाद उर्फ अब्दुल शमी बताए। थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ ने बताया कि मौके से एक गौवंश जिंदा मिला, जिसे शनिदेव गौशाला के सुपुर्द किया गया। आरोपियों के खिलाफ गौवंश संरक्षण अधिनियम, पशु क्रुरता निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बरामद मांस का सैंपल लेने के बाद उसे नष्ट कर दिया गया। पुलिस टीम में शान्तरशाह चौकी प्रभारी खेमेन्द्र गंगवार, अपर उप निरीक्षक आषाढ़ सिंह पंवार, कांस्टेबल अंकित कुमार व गौरव शामिल रहे।
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मुस्लिम समाज के जिम्मेदारों की चुप्पी पर सवाल……..

जिले में गौकशी की सूचनाओं पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। खासतौर पर देहात क्षेत्र में इब्राहिमपुर, कासमपुर बोड्डाहेढ़ी, सलेमपुर, मरगूबपुर, जौरासी जबरदस्तपुर, सिकरौढ़ा जैसे गांव गौकशी के लिए कुख्यात हैं। कुछ महीनों पहले पथरी क्षेत्र के नसीरपुर गांव में पहली बार गौकशी की घटना सामने आने पर मुस्लिमों ने पंचायत कर ऐसे लोगों के बहिष्कार का ऐलान किया था।

जिसके बाद गांव में घटना नहीं हुई। इससे पूर्व एक्कड़ गांव में भी ऐसा प्रयास हो चुका है। बाकी गांवों में भी ऐसे प्रयास की जरूरत है। चूंकि, गौकशी जैसा घिनौना और गैर कानूनी काम बमुश्किल दो फीसद लोग करते हैं, लेकिन पूरे समाज को शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। ताजा घटना में तो हद ही हो गई। गौकशी करने वालों ने पाक जगह कहे जाने वाले कब्रिस्तान में ही नापाक हरकत कर डाली। आपका प्रिय समाचार पोर्टल “पंच👊नामा… यह अपील करता है कि खासतौर पर उलेमा मुस्लिम समाज के जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और शिक्षित युवा अपने क्षेत्र में गौकशी के खिलाफ खुलकर सामने आएं। पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल का कहना है कि कोई भी गलत काम रोकने में समाज की भी अहम भूमिका होती है।

नशाखोरी, गौकशी जैसी बुराइयों को दूर करने में समाज के जागरुक लोग सक्रियता से सहयोग करें तो पुलिस इन पर आसानी से अंकुश लगा सकती है। जल्द ही इस दिशा में एक मजबूत पहल की जाएगी