
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: लखनऊ की किशोरी को बंधुआ बनाकर घर में काम कराने पर नामी दवा कारोबारी शशांक पालीवाल और उसकी पत्नी शिप्रा पालीवाल निवासीगण हरिलोक कॉलोनी जवालापुर के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मेडिकल में किशोरी पर हुए जुल्म की इंतहा सामने आई है। उसके शरीर पर चोट के 12 निशान मिले हैं।
फिलहाल कल्याण समिति ने किशोरी को देहरादून स्थित राजकीय बाल गृह (किशोरी) भेज दिया है। उसके चाचा-चाची भी हरिद्वार पहुंच गए हैं। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया है कि कुछ दिन पहले वह बच्ची से मिलने आए थे।
लेकिन कारोबारी के परिवार ने उन्हें किशोरी से मिलने नहीं दिया था। पता चला है कि हर महीने तनख्वाह के तौर पर तीन हजार रुपये किशोरी के चाचा के बैंक खाते में भेजे जाते थे। वहीं, ज्वालापुर कोतवाल चंद्र चंद्राकर नैथानी ने बताया कि पुलिस की तरफ से आरोपी दंपति के खिलाफ जूवेनाइल एक्ट व मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस मामले
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एक पूर्व मंत्री ने बनाया था दबावा………
हरिद्वार: नाबालिग किशोरी से घर में काम कराने और उसे दरिदंगी का शिकार बनाने वाले परिवार के रसूख का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस के घर पर दस्तक देने के बाद से सिफारिशी फोन कॉल घनघनाने शुरू हो गए थे। सूत्र बताते हैं कि एक पूर्व मंत्री से लेकर तमाम फोन कॉल मामले को रफा दफा करने के लिए पुलिस को किए गए।
इतना ही नहीं, पुलिस ने जब महिला को साथ चलने के लिए कहा तो उसकी बेटी ने रौब झाड़ने का भी पूरा प्रयास किया। लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे परिवार की एक नहीं चली। वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने कार्रवाई के निर्देश पुलिस को दिए हैं।