
पंचनामा-ब्यूरो
हरिद्वार: जिला पंचायत चुनाव में नामांकन के दौर में ही है बसपा को बड़ा झटका लगा है। बसपा समर्थित पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा का पर्चा निरस्त कर दिया गया है। आठ अन्य प्रत्याशियों के नामांकन भी निरस्त किए गए हैं। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा का पर्चा उनकी दो पत्नियों को लेकर आई आपत्तियों के कारण निरस्त किया गया है।

जबकि हैरानी की बात यह है कि सुभाष वर्मा दो पत्नियों के रहते पूर्व में न सिर्फ चुनाव लड़ चुके हैं, बल्कि त्रिवेंद्र रावत सरकार में भाजपा के समर्थन से जिला पंचायत के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसलिए पर्चा निरस्त होने पर सवाल उठ रहे हैं और राजनीति भी तेज हो गई है।

दरअसल, सुभाष वर्मा भगवानपुर ब्लाक की आदमपुर सीट वार्ड 19 सामान्य से बसपा समर्थित प्रत्याशी थे। सुभाष वर्मा का पर्चा निरस्त होने से बसपा सहित कांग्रेस और भाजपा में हलचल मच गई है।।
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अब बेटे को बनाया प्रत्याशी…..
इस मामले को लेकर बसपा ने सत्ताधारी भाजपा पर निशाना साधा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य बृजवाल ने फेसबुक पर यह जानकारी शेयर करते हुए इसे भाजपा की बौखलाहट बताया है। साथ ही यह भी जानकारी दी है कि अब सुभाष वर्मा के बेटे नवनीत चौहान को बसपा समर्थित प्रत्याशी घोषित किया गया है।