
पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: नकली दवाई की फैक्ट्री का भंडाफोड़ होने के बाद देहरादून पुलिस की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पता चला है कि बीते 2 साल के भीतर हरिद्वार और देहरादून जिलों से दिल्ली समेत कई राज्यों में 7 करोड़ से अधिक की दवाइयां सप्लाई हुई हैं। बीते सितंबर माह में ही दिल्ली के कारोबारी को 90 लाख रुपए की नकली दवाइयां भेजी गई हैं। कई राज्यों में पहले नकली दवा बनाने और बेचने वाले माफिया पर शिकंजा कसने के लिए एसएसपी अजय सिंह ने स्पेशल टीमें गठित की हैं। इन टीमों को नकली दवाइयां जब्त करने के लिए अलग-अलग राज्यों को रवाना कर दिया गया है। जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां भी होने की संभावना है।

पुलिस कप्तान अजय सिंह के निर्देश पर स्पेशल टीम का गठन किया गया है जिसे नकली दवाइयों की रिकवरी के लिए रवाना कर दिया गया है। दरअसल चार दिन पूर्व रायवाला पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने देहरादून व हरिद्वार में नकली दवाइयों की फैक्ट्री में छापा मारकर बड़ी मात्रा में नकली दवाइयां बरामद की थी साथ ही दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था।

गिरफ्तार मुख्य आरोपी सचिन शर्मा से पूछताछ में कई चौकाने वाले मामले सामने आए थे। ये भी प्रकाश में आया था कि आरोपियों ने देहरादून और हरिद्वार से देश के अलग अलग राज्यो में करीब 44 स्थानों पर नकली दवाइयां सप्लाई की है। जिनकी अनुमानित कीमत करीब 7 करोड़ रुपये है।

इसके साथ ही सितंबर माह में दिल्ली के एक सप्लायर को 90 लाख रुपये की नकली दवाइयां सप्लाई करने का मामला भी प्रकाश में आया था। इन तमाम जगहों को चिन्हित कर नकली दवाइयों की रिकवरी के लिए पुलिस कप्तान अजय सिंह ने स्पेशल टीम का गठन कर रवाना किया है, ताकि उपभोक्ताओं तक नकली दवाइयों को पहुँचने से रोका जा सके।
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“स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित…..
नकली दवाइयों की रिकवरी के लिए ड्रग्स कंट्रोलर देहरादून को पत्राचार कर सम्बंधित स्थानों के स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर सम्बंधित जिलों के पुलिस अधिक्षकों को भी इस संबन्ध में अपने स्तर से नकली दवाइयों को जब्त करने की कार्यवाही के लिए पत्राचार किया जा रहा है।