दुकानदारों ने नगर निगम की ‘तालिबानी’ कार्रवाई पर उठाए सवाल, अफसरों पर आरोप, (देखें वीडियो)..
नगर निगम ने मोहलत देने के बजाय दुकानों पर चलाया बुल्डोजर, दो दिन बाद ही न्यायालय ने दिया स्टे..
पंच👊नामा
रूड़की: रामपुर चुंगी रोड़ स्थित माहीग्रान से अतिक्रमण का हवाला देते हुए नगरनिगम प्रशासन द्वारा तोड़ी गई दुकानों के मामले में दुकानदारों ने प्रेस कांफ्रेंस कर प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाए है। पीड़ित दुकानदारों ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक टीम ने बिना आदेश दिखाए व न्यायालय में चल रहे ट्रायल के बीच ही दुकानों को ध्वस्त कर दिया, जबकि न्यायालय ने दो दिन बाद ही मामले में यतास्थिति का स्टे कर दिया। उन्होंने नगर आयुक्त पर पक्षपात-पूर्ण गैर कानूनी तरीके से कार्रवाई करने का आरोप लगाया। दुकानदारों का कहना है कि दुकानें ध्वस्त होने के बाद उनके परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। अब निगम द्वारा की गई कार्रवाई के खिलाफ वह न्यायालय में गुहार लगाएंगे। रुड़की के मौहल्ला माहीग्रान में अतिक्रमण का हवाला देते हुए हटाए गए दुकानदारों व मकान मालिकों ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि नगरनिगम द्वारा नगर आयुक्त विजय नाथ शुक्ला के नेतृत्व में बीती 24 मई को बुलडोजर से उनकी दर्जनों दुकानों को निगम की भूमि पर अतिक्रमण बताते हुए ध्वस्त करा दिया गया था। इस दौरान दुकानदारों ने मौके पर ही अधिकारियों को बताया था की इन दुकानों व संपत्ति के सम्बंध में न्यायालय में वाद विचारधीन है, जिसकी दो दिन बाद यानी 26 मई तारीख़ नियत की गई है। आरोप है कि प्रशासन ने दुकानदारों की एक नया सुनी और बिना आदेश दिखाए दर्जनों दुकानों को बुलडोजर से जमीदोज करा दिया। दुकानदारों ने बताया नियत तारीख़ पर न्यायालय ने दो दिन बाद ही यतास्थिति का आदेश कर दिया, जबकि नगरनिगम की टीम ने उससे पहले ही सभी दुकानों को तोड़ डाला, जो गैर कानूनी तरीके से किया गया। दुकानदारों ने साफ कहा कि नगर आयुक्त ने पक्षपातपूर्ण तरीके से कार्रवाई की जिसके खिलाफ वह न्यायालय में गुहार लगाएंगे। उन्होंने बताया पिछले लंबे समय से वह इस जमीन पर काबिज है और निगम से नक्शे और टैक्स तक दे रहे थे। दुकानें ध्वस्त होने से परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है, साथ ही भारी नुकसान भी हुआ है, जिसका जिम्मेदार नगरनिगम प्रशासन है। उन्होंने कहा हमे न्यायालय पर पूरा भरोसा है और इंसाफ की पूरी उम्मीद है। इस मौके पर अब्दुल समद, इरशाद अली, इस्माईल, सईद अहमद, नौशाद, मेहताब व एडवोकेट नईम सिद्दीकी मौजूद रहे।