पंच👊नामा ब्यूरो
देहरादून: ट्रेन में जहर देकर हुई अधिवक्ता राजेश सूरी हत्या का केस लड़ रही उनकी बहन अधिवक्ता रीता सूरी को धमकी देने का मामला सामने आया है। मामला देहरादून कचहरी का है। आरोप है छह लोग जान से जान से मारने की नीयत से चैंबर में घुसे और धमकी दी। शहर कोतवाली पुलिस में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
गौरतलब है कि 30 नवंबर 2014 को देहरादून के अधिवक्ता राजेश सूरी हत्या कर दी गई थी। घटना के दिन राजेश हाई कोर्ट से घोटालों से संबंधित मामलों की पैरवी कर देहरादून लौट रहे थे। उनको जहर देकर ट्रेन में ही मार दिया गया। राजेश की सभी महत्वपूर्ण फाइलेें भी गायब हो गई थी। इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है। पिछले दिनों हाईकोर्ट ने एसआइटी को 14 फरवरी तक जांच की प्रगति रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही याचिकाकर्ताओं की सुरक्षा का जायजा लेते रहने को कहा है। जबकि एसआइटी ने इस मामले की जांच के लिए कोर्ट से समय मांगा है। बहरहाल, राजेश की बहन रीता सूरी ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि सतेंदर, ताहिर खान, केपी चौधरी उनके चैंबर में घुसे और झूठा शपथ पत्र सौंपा। जोकि उनके गनर ने रिसीव किया। शपथ पत्र में राजेश सूरी की हत्या से संबंधित जानकारी थी। शपथ पत्र 18 दिसंबर 2018 और दूसरा 24 जनवरी 2019 न्यायालय परिसर में तैयार किया गया था। अधिवक्ता रीता सूरी ने बताया कि शपथपत्र उन्होंने तत्कालीन एसपी सिटी श्वेता चौबे को सौंपा। पूछताछ की गई तो आरोपी मुकर गए और जांच अधिकारी ने इसी आधार पर फाइनल रिपोर्ट लगा दी। शपथपत्रों की जब फारेंसिक लैब में जांच करवाई गई तो हस्ताक्षर सतेंद्र कुमार के पाए गए। अधिवक्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी पक्ष सोची समझी साजिश के तहत उन्हें जान से मारने की नीयत से चैंबर में घुसा था और शपथ पत्र देने का बहाना बनाया। इस मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने सतेंदर, ताहिर खान, केपी चौधरी, सुधीर जैन, दिव्या जैन और श्वेता जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।