पंच👊नामा
पिरान कलियर: भारत दुनिया का इकलौता ऐसा देश हैं जहां आस्था, श्रद्धा और विश्वास की त्रिवेणी का संगम न केवल शहरों बल्कि गांव देहातों में देखा जाता है। यही वजह है कि घाड़ क्षेत्रो के जंगलों में मौजूद महान सूफियों की दरगाहों पर अकीदतमंदों का तांता लगा हुआ है, और अकीदतमंद यहां से फैज हासिल कर रहे है। इन दिनों रबीउल अव्वल का महीना चल रहा है जिसमे साबिर पाक से लेकर अन्य दरगाहों का सालाना उर्स मनाया जाता है। इस माह की छह तारीख़ को दरगाह शाह मंसूर रह. का सालाना उर्स बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। हर साल की तरह इस साल भी पिरान कलियर के महमूदपुर से साबरी हुसैनी कमेटी दरगाह शाह मंसूर पर छठी चादर पेश करेगी, जो दरगाह साबिर पाक से पैदल यात्रा कर दरगाह शाह मंसूर पहुचेंगे। इस पदयात्रा में सैकड़ो अकीदतमंद हाथों में झंडा लेकर बुलंद नारो के साथ पैदल दरगाह शाह मंसूर पहुचेंगे, जिसके बाद चादर पोशी, और लंगर आम किया जाएगा। सोमवार की सुबह अकीदतमंदों का ये पिरान कलियर से रवाना होगा। कमेटी के जिम्मेदार व कलियर नगरपंचायत सभासद गुलशाद सिद्दीकी ने बताया साबरी हुसैनी कमेटी (महमूदपुर) हर साल पिरान कलियर से चादर लेकर दरगाह शाह मंसूर में पहुँचती है और दरगाह में हाजिरी के बाद लंगर का अहतेमाम किया जाता है। उन्होंने बताया इस बार कमेटी के सौजन्य से ये छठी चादर है जिसमे सैकड़ो अकीदतमंद पैदल यात्रा कर दरगाह शाह मंसूर रह. पर चादर पोशी करेंगे। सिद्दीकी ने बताया कमेटी के लोग पहले दरगाह साबिर पाक में हाजिरी पेश करेंगे उसके बाद ये जत्था रवाना होगा। इस मौके पर कमेटी के जिम्मेदार लोग और गाँव मे मौअज्जिज लोगो के साथ बड़ी तादाद में युवा शामिल होंगे।