हरिद्वार

शत्रु संपत्ति मामले में आशीष शर्मा टुल्ली की भूमिका की जांच करे एसओजी और एसटीएफ..

सुराज सेवादल ने जमीनों के "खेल" पर उठाए सवाल, एसआईटी जांच की मांग, आंदोलन की चेतावनी..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: पिछले दिनों कनखल में सामने आए शत्रु संपत्ति के विवाद में सुराज सेवादल ने एसआईटी जांच की मांग उठाई है। महानिर्वाणी अखाड़े के महान सुधीर गिरी हत्याकांड के आरोपी व कनखल के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर आशीष शर्मा उर्फ टुल्ली की भी इस मामले में भूमिका की जांच की मांग की गई है।

फाइल फोटो: रमेश जोशी (सुराज सेवादल अध्यक्ष)

मीडिया को वीडियो बयान जारी करते हुए संगठन के अध्यक्ष रमेश जोशी ने कहा है यदि किसी व्यक्ति ने शत्रु संपत्ति बेची है तो उसे जेल में डाला जाए। अन्यथा झूठा आरोप लगाने वाले प्रॉपर्टी डीलरों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए।

फाइल फोटो: शत्रु संपत्ति

शत्रु संपत्ति को लेकर आखिर पूरा खेल कौन खेल रहा है। इस पूरे मामले का सच सामने आना चाहिए भ्रष्टाचार में कौन-कौन अधिकारी लिफ्ट है इसकी जांच होनी जरूरी है यदि इस मामले को लेकर स्थिति स्पष्ट न की गई तो सुराज सेवादल जल्द ही आंदोलन शुरू करेगा।

फाइल फोटो: सुराज सेवादल

जोशी ने आरोप लगाया कि महंत सुधीर गिरी हत्याकांड में निचली अदालत से सजा होने के बाद प्रॉपर्टी डीलर आशीष शर्मा उर्फ टुल्ली को हाई कोर्ट से जमानत मिली हुई है। इसके बावजूद वह बड़े पैमाने पर जमीनों के खेल में लगा हुआ है। एसओजी और एसटीएफ को इसकी पूरी कुंडली निकालकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट को अवगत कराना चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो आंदोलन शुरू किया जाएगा।

फाइल फोटो: सुराज सेवा दल अध्यक्ष रमेश जोशी

सुराज सेवादल के अध्यक्ष रमेश जोशी ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मांग करते हुए बताया कि कुछ दिन पहले कनखल थाने में शत्रु संपत्ति बेचने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ दो करोड रुपए की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है। जिसमें दो प्रॉपर्टी डीलर अपूर्व उर्फ अप्पू वालिया और उपदेश चौधरी ने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए एफआईआर कराई है।

फाइल फोटो: मुकदमा दर्ज

दूसरी तरफ आरोपी ने बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उसने प्रॉपर्टी डीलरों को कुछ जमीन बेची थी और उन्होंने उससे ज्यादा जमीन बेच दी और उसे रकम भी नहीं दी। इस संबंध में उसने मुकदमा भी दर्ज कराया था। उस व्यक्ति का कहना है कि दोनों प्रॉपर्टी डीलरों ने पैसे देने से बचने के लिए और मुकदमे में दबाव बनाने के लिए मिलीभगत से झूठा मुकदमा दर्ज कारण हैं।

फाइल फोटो: शत्रु संपत्ति

जबकि शत्रु संपत्ति से उसका कोई लेना देना नहीं है। इस मामले में सुराज सेवादल यह मांग करता है कि शत्रु संपत्ति को लेकर करोड़ों रुपए का खेल कौन खेल रहा है। इसकी एसआईटी गठित कर जांच करानी चाहिए। यदि दोनों में से कोई भी एक पक्ष सही है तो दूसरे पक्ष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर जेल में भेजा जाना चाहिए। यदि प्रॉपर्टी डीलरो ने पीड़ित की रकम दबाई है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। संगठन इस मामले में चुप नहीं बैठेगा। स्थिति स्पष्ट कर कार्रवाई नहीं की गई तो अधिकारियों का घेराव कर आंदोलन किया जाएगा।

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