साजिश के तहत बदनाम कर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं कुछ संत: श्रीमहंत रवींद्र पुरी
आनंद गिरि मामले में लगाए गए आरोपों को बताया निराधार, कोर्ट में दिए तथ्यों पर गवाही का दावा..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने स्वामी आनंद गिरि मामले में लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें साजिश करार दिया। प्रयागराज महाकुंभ स्थित अपनी छावनी में प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि कुछ कथित संत, महंत मुझे बदनाम करके अपनी राजनीती चमकाना चाहते हैं।
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झूठे आरोपों का खंडन…..

श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि उन्होंने कोर्ट में केवल तथ्यों के आधार पर गवाही दी है। उन्होंने स्वामी आनंद गिरि को फंसाने के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि कुछ लोग उनकी छवि को धूमिल करना चाहते हैं।
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आनंद गिरी शिष्य समान: श्रीमहंत…..
श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने स्पष्ट किया कि आनंद गिरि उनके शिष्य समान हैं और उनके गुरु, ब्रह्मलीन महंत नरेंद्र गिरि, उनके करीबी मित्र थे। उन्होंने कहा कि आनंद गिरि के माता-पिता यदि उनसे कोई शिकायत करना चाहते हैं, तो सीधे संपर्क कर सकते हैं।
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छवि खराब करने का प्रयास….श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि कुछ कथित संत और महंत उनकी छवि खराब करके अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा पूरी करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि यह मामला सीबीआई के अधीन है और अदालत में विचाराधीन है। उन्होंने भरोसा जताया कि सत्य की जीत होगी। प्रेस वार्ता के दौरान महंत रामरतन गिरी, स्वामी ललितानंद गिरी, महंत ओंकार गिरी, महंत राधे गिरी, महंत राज गिरी और स्वामी दिनेश गिरी जैसे प्रमुख संत उपस्थित रहे।