
पंच👊नामा-ब्यूरो
विकास कुमार, हरिद्वार: धर्मनगरी में अधर्म का एक और मामला सामने आया है। औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल में एक मंदिर के बाहर नवजात बच्ची को असहाय छोड़ दिया गया। पुलिस ने नवजात को अपने कब्जे में लेकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्ची असहाय छोड़ने वालों को चिह्नित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली जा रही है।

पुलिस के मुताबिक, सोमवार की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि रोशनाबाद में शनि मंदिर के पास एक नवजात बच्ची पड़ी हुई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नवजात को कब्जे में ले लिया। आस-पास वालों से बच्ची के बारे में जानकारी जुटाई। लेकिन कोई कुछ नहीं बता सका। तब पुलिस ने बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

मासूम को मंदिर के पास छोड़ने वालों को चिह्नित करने में एक पुलिस टीम लगी हुई है। सिडकुल क्षेत्र में हजारों की संख्या में गैर प्रदेशों के युवक-युवतियां रहते हैं। पुलिस मान रही है कि किसी ने लोकलाज के डर से बच्ची को मंदिर के बाहर छोड़ा है।

बच्ची की उम्र महज कुछ घंटे बताई जा रही है। इंस्पेक्टर सिडकुल रमेश तनवार ने बताया कि आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए जा रहे हैं। ताकि यह पता लगाया जा सके कि बच्ची को किसने छोड़ा है।
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“कारोबारी को जाल में फंसा कर किया खाते का इस्तेमाल……

हरिद्वार: रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में ठगों ने दिमागी रूप से कमजोर एक कारोबारी को जाल में फंसाकर उसके खाते में देश के अलग-अलग राज्यों से रकम ट्रांसफर करा ली। पुलिस ने तत्काल प्रभाव से खाता फ्रीज कराते हुए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। एक टीम ठगों की तलाश में जुटी हुई है।

पुलिस के मुताबिक, रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के बैरियर नंबर छह जमालपुर खुर्द निवासी राजेश कुमार ने औद्योगिक क्षेत्र पुलिस चौकी प्रभारी अरविंद रतूड़ी को शिकायत देकर बताया कि उनके बेटे आयुष कंसल की कंसल ट्रेडर्स के नाम से हार्डवेयर सेनेटरी, पेंट की दुकान है। आयुष का दिमागी बीमारी का इलाज भी चल रहा है। राजेश कुमार ने बताया कि कौशल सिंह और सुशील नामक दो व्यक्ति उनके बेटे आयुष से मिले। एक ने खुद को डिजिटल मार्केटिंग का एक्सपर्ट बताया। जबकि दूसरे ने खुद को ज्योतिष बताते हुए जाल बिछाया।

इसके बाद दोनों ने आयुष के बैंक खाते से लिंक मोबाइल फोन नंबर को अशुभ बताते हुए नया मोबाइल फोन नंबर रजिस्टर्ड कराने के लिए राजी कर लिया। आयुष ने उन पर भरोसा कर लिया। आरोप है कि दोनों ने उसके खाते में नया मोबाइल नंबर लिंक कराते हुए पासवर्ड, आईडी और क्यूआर कोड भी ले लिया और खुद उसका संचालन करने लगे। इस खाते में उन्होंने देश भर से लाखों करोड़ों रुपये आयुष के खाते में मंगवाए और फिर दूसरे खातों में ट्रांसफर कराए। रानीपुर कोतवाली प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि मामला धोखाधड़ी से जुड़ा है। फिलहाल खाता फ्रीज कराते हुए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर पूरे मामले का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।