पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: बसंत पंचमी पर चाइनीज मांझे का आतंक सिर चढ़कर बोला। हरिद्वार शहर में दिन भर में दुपहिया वाहनों पर सवार राहगीर मांझे से कटकर घायल होते रहे। सबसे ज्यादा केस हरिद्वार-देहरादून हाइवे पर सामने आए। पुलिस ने इन घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। मांझे के कारण राहगीरों में दहशत बनी रही। वहीं, इस साल मांझे से कटकर मौत होने और घायल होने के मामले जितने बड़े पैमाने पर सामने आए हैं, उससे आमजन को केवल पुलिस प्रशासन के भरोसे नहीं रहना चाहिए। अपने आस पास चाइनीज मांझा बेचने या इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ आवाज उठाते हुए कार्रवाई करानी होगी।बंसत पंचत पर शहर से देहात तक युवा पतंगबाजी का शौक पूरा करने के लिए अपनी छतों पर चढ़े नजर आए। पुलिस प्रशासन की लाख कार्रवाई के बावजूद दुकानदारों ने अपने लालच के लिए चोरी छिपे चाइनीज मांझे की बिक्री की। जिससे दिन भर मांझे से कटने के केस सामने आते रहे। पहली घटना वह ज्वालापुर के धीरवाली में सामने आई। नजीबाबाद निवासी नरेश के घायल होने पर जिला अस्पताल से गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर किया गया है। जौलीग्रांट स्थित हिमालयन हॉस्पिटल में उसकी गर्दन में टांके लगाए गए हैं। इधर, बसंत पंचमी पर चाइनीज मांझे से जख्मी होने वालों को पुलिस टीमें दिन भर जिला अस्पताल पहुंचाने में जुटी रही। हादसे में किसी का चेहरा, किसी का हाथ तो किसी का कान जख्मी हुआ। जिला अस्पताल के कार्यवाहक प्रमुख अधीक्षक डा. विकास दीप ने बताया कि रविवार को बसंत पंचमी पर मांझे से कटकर घायल होने के कुल 35 केस इमरजेंसी में पहुंचे हैं। एक व्यक्ति को गंभीर हालत में रेफर किया गया है।