“कहीं गुलदार की घात, तो कहीं मगरमच्छ की घुसपैठ! बारिश के साथ बढ़ा खतरा, आबादी में दाखिल हो रहे खूंखार शिकारी (देखें वीडियो)..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: बारिश की रिमझिम के बीच खौफ की आहट… उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में इस बार सिर्फ पानी नहीं बरस रहा, बल्कि जंगली खतरे भी साथ चले आ रहे हैं। एक ओर खेतों में मगरमच्छ की दस्तक से किसान खेत छोड़ भागे, तो दूसरी ओर भेल की दीवारों पर गुलदार आराम फरमाता दिखा। इंसानी बस्तियों में इस तरह खूंखार शिकारी जानवरों की आमद अब सिर्फ चेतावनी नहीं, बल्कि गंभीर खतरे का संकेत बन चुकी है।
इन खतरनाक घटनाओं से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं, जो लोगों को भयभीत ही नहीं, सतर्क भी कर रहे हैं।
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भेल क्षेत्र में गुलदार की दस्तक, दीवार पर बैठा दिखा खूंखार शिकारी…..
गुरुवार को भेल (BHEL) हरिद्वार क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक गुलदार को एचआरडीसी के पीछे स्थित एक खाली पड़े स्कूल की दीवार पर बैठे देखा गया। यह स्थान मुख्य सड़क के पास है, जहां आमजन की आवाजाही हमेशा बनी रहती है। राहगीरों की नजर जब गुलदार पर पड़ी तो अफरा-तफरी मच गई। कुछ समय तक गुलदार दीवार पर ही टिका रहा और फिर झाड़ियों की ओर चलता बना। स्थानीय लोगों ने तुरंत बच्चों को घरों के भीतर रहने की हिदायत दी और वन विभाग को सूचना दी गई।
हालांकि घटना में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई, लेकिन भय का माहौल बना रहा।
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लक्सर के खेतों में घुसा मगरमच्छ, सिर पर पैर रख भागे किसान…..
इधर, लक्सर क्षेत्र के अकोढ़ा कला गांव में खेतों में मगरमच्छ देखे जाने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। भारी बारिश के चलते खेतों में जलभराव हो गया है, जिससे मगरमच्छ जैसे खतरनाक जलचर गांवों की ओर रुख कर रहे हैं।
जैसे ही ग्रामीणों की नजर मगरमच्छ पर पड़ी, लोग जान बचाने के लिए खेतों से सरपट भाग खड़े हुए। आनन-फानन में वन विभाग को सूचना दी गई, जिसपर रेंज अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी के निर्देशन में टीम मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को रेस्क्यू कर गंगा नदी में छोड़ा गया।