उत्तराखंड

उत्तराखंड में ईगास, पूरब में मना छठ और दीवाली, सीएम धामी ने पीएम मोदी की निगरानी और बौख नाग देवता के आशीर्वाद को दिया श्रेय..

श्रमिकों के सुरक्षित निकालने में मशीनें रह गई उन्नीस, तो मजदूर आये काम, जानें "रेट माइनिंग की टीम ने चूहों की तरह मलबे के बीच कैसे खोदी सुरंग..

पंच👊नामा-ब्यूरो
उत्तराखंड: सिलक्यारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर उत्तराखंड में जहां ईगास पर्व जैसी खुशियां मनाई गई। वहीं पूर्वांचल में छठ पर्व और दिवाली जैसा माहौल रहा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में जुटे सभी बचाव दल को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि श्रमिकों और उनके परिजनों के चेहरों की खुशी ही मेरे लिए इगास बग्वाल है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बचाव दल की तत्परता, टेक्नोलॉजी के सहयोग, सुरंग के अंदर फंसे श्रमिक बंधुओं की जीवटता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पल-पल निगरानी और बौख नाग देवता की कृपा से यह अभियान सफल हुआ। मुख्यमंत्री ने जरुरी होने पर श्रमिकों को उच्च कोटि की चिकित्सा सुविधा देने के आदेश दिए हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए बड़ी खुशी का दिन है। जितनी प्रसन्नता श्रमिक बंधुओं और उनके परिजनों को है, उतनी ही प्रसन्नता आज मुझे भी हो रही है। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान से जुड़े एक-एक सदस्य का मैं हृदय से आभार प्रकट करता हूं। जिन्होंने देवदूत बनकर इस अभियान को सफल बनाया। उन्होंने कहा कि सही मायनों में हमें आज ईगास पर्व की खुशी मिली है। उन्होंने कहा कि भगवान बौख नाग देवता पर हमें विश्वास था। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व स्तरीय टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञ इस अभियान में लगे थे। प्रधानमंत्री ने पल-पल इस अभियान की निगरानी की, उनके मार्गदर्शन में बेहतरीन समन्वय ने असंभव को संभव में बदला। उन्होंने अभियान से जुड़े एक-एक सदस्य के प्रति भी आभार प्रकट किया। अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली रेट माइनिंग टीम की सीएम धामी ने खूब प्रशंसा की।
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“रेट माइनिंग की टीम ने खोदी सुरंग….
जिस काम को करने में बड़े बड़े तकनीशियनों के दल और कीमती यंत्र सफल न हो पाये, उस कार्य को एक दर्जन से भी कम सामान्य ग्रामीण खनिकों ने घरेलू उपकरणों (फावड़ा, बेलचा, गैन्ती, खुर्पी आदि) से कर दिखाया। मध्य प्रदेश से आये परमंपरागत खनिकों, जिन्हें अंग्रेज लोग rat miners कहते हैं, के दल ने छः घंटे में सुरंग खोद दी है और फंसे लोगों को बाहर निकाल लिया गया। ये वे लोग हैं जो कई पीढ़ियों से मध्य प्रदेश की खानों में कार्य करते आ रहे हैं।

फाइल फोटो

“अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने रेस्क्यू टीमों को दिया साधुवाद….
श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने भी प्रसन्नता जताई है। रेस्क्यू टीमों को साधुवाद और श्रमिकों व उनके परिवारों को आशीर्वाद देते हुए श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सफल निर्देशन में विभिन्न विभागों की संयुक्त टीम ने लगातार संघर्ष करते हुए 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकलने में सफलता हासिल की है। श्रमिक परिवारों के साथ-साथ देवभूमि उत्तराखंड सहित पूरे भारत के लिए यह खुशी की बात है और गौरवान्वित करने वाला क्षण है। यह प्रदेश और देश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि बाबा बद्री-केदार, बौखनाथ देवता, मां गंगा और मां मनसा देवी की कृपा और आशीर्वाद से सभी श्रमिक सुरक्षित हैं और जल्द ही अपने परिवारों के बीच होंगे। 17 दिन से रेस्क्यू में जुटी केंद्र और राज्य की टीमें बधाई की पात्र हैं।

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