हरिओम सरस्वती पीजी कॉलेज के बाहर छात्रों का विरोध’प्रदर्शन, यूनिवर्सिटी और कॉलेज प्रशासन का गंभीर आरोप..
मांगे पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी, ये है आरोप..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: धनौरी स्थित हरिओम सरस्वती पीजी कॉलेज में छात्रों ने कॉलेज प्रशासन और श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी के खिलाफ सोमवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया। बीए, बीएससी, और बीकॉम के लगभग 250 से 300 छात्रों ने कॉलेज के गेट पर इकट्ठा होकर नारों के साथ कॉलेज प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन और यूनिवर्सिटी उनकी शिक्षा और भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि 250 से 300 विद्यार्थियों को जानबूझकर फेल कर दिया गया है। उनका कहना है कि कॉलेज प्रबंधन ने कुछ छात्रों के एडमिशन फॉर्म ही जमा नहीं किए।जिसके कारण उनका क्रेडिट प्वाइंट पूरा नहीं हुआ और वे परीक्षा में फेल हो गए। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बताया कि बीए फर्स्ट सेमेस्टर के छात्रों का रिजल्ट गलत आया है, और जब कॉलेज प्रबंधन से बात की गई, तो उन्होंने बार-बार झूठे आश्वासन दिए। छात्रों का कहना है कि फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि आ चुकी है, और रिजल्ट में सुधार ना होने पर उनके सेमेस्टर का भविष्य अनिश्चित है। उन्होंने बताया कॉलेज प्रबंधन द्वारा पुलिस बुलाने की धमकी दी गई, और बैक एग्जाम के लिए अतिरिक्त शुल्क भरने की भी चेतावनी दी गई। इससे छात्रों में रोष बढ़ गया है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे भूख हड़ताल से भी पीछे नही हटेंगे।
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कॉलेज प्रबंधन और यूनिवर्सिटी पर सवाल….छात्रों का कहना है कि उनकी शिकायतों का समाधान करने के बजाय, कॉलेज प्रबंधन ने उन्हें पुलिस का डर दिखाकर शांत रहने के लिए कहा। इस मामले को लेकर छात्रों ने श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी के सहायक कुलसचिव, निजी सचिव कुलपति, और जिला शिक्षा अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठे। इससे छात्रों का गुस्सा और बढ़ गया है, और वे कॉलेज गेट पर धरना प्रदर्शन जारी रखा।
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मांगे पूरी नही हुई तो पीछे नही हटेंगे…प्रदर्शन के कारण कॉलेज के बाहर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। छात्रों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर पीछे नहीं हटेंगे और प्रशासन से जब तक स्पष्ट जवाब नहीं मिलेगा, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। छात्रों ने यह भी कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो वे पूरे विश्वविद्यालय स्तर पर हड़ताल करेंगे।
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मामले में प्रशासन का रुख…..इस मुद्दे पर कॉलेज प्रबंधन ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए मामला गंभीर होता जा रहा है। छात्रों का भविष्य इस संघर्ष के परिणाम पर निर्भर है, और अब देखना होगा कि कॉलेज प्रशासन और यूनिवर्सिटी इस मामले में क्या कदम