“चलती बस में अचानक उठा धुआं, मची अफरा-तफरी, दो जांबाज़ पुलिसकर्मियों की सूझबूझ से टली बड़ी दुर्घटना..

पंच👊नामा-ब्यूरो
ऋषिकेश: रात के सन्नाटे में जब एक चलती बस से अचानक धुआं उठने लगा, तो यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। लेकिन गनीमत रही कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों की सतर्कता और तेज़ निर्णय क्षमता ने एक संभावित बड़े हादसे को टाल दिया। हर्बल गार्डन के पास हुई इस घटना में किसी प्रकार की जान-माल की क्षति नहीं हुई, जिससे सभी ने राहत की सांस ली।घटना मंगलवार की रात की है। एक प्राइवेट बस (UK07PA रजिस्ट्रेशन) भद्रकाली पुलिस चौकी से ऋषिकेश की ओर जा रही थी। जैसे ही बस हर्बल गार्डन के समीप पहुंची, उसके इंजन से अचानक धुआं उठने लगा। चालक को इसकी भनक तक नहीं लगी, लेकिन उसी समय यातायात ड्यूटी से लौट रहे पुलिसकर्मी कांस्टेबल मोहम्मद अनीस और कांस्टेबल मेहताब वहां से गुजर रहे थे।
दोनों पुलिसकर्मियों ने स्थिति को तुरंत भांप लिया और बिना समय गंवाए बस को रुकवाया। उन्होंने तत्काल बच्चों, महिलाओं व अन्य यात्रियों को सकुशल बाहर निकाला। पुलिस की इस सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई से बस में बैठे करीब दो दर्जन से अधिक यात्रियों की जान बच गई।
सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम को अलर्ट किया गया और स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण पा लिया गया। बाद में मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी और फायर टीम ने बस की जांच कर सुनिश्चित किया कि कोई खतरा बाकी न रह जाए। बस में सवार यात्रियों और चालक ने दोनों पुलिसकर्मियों की तत्परता को सराहा और कहा कि यदि थोड़ी सी भी देर हो जाती, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं, घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों ने भी उत्तराखंड पुलिस की सजगता की प्रशंसा की।
इस पूरी घटना को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल आयुष अग्रवाल ने दोनों पुलिसकर्मियों की प्रशंसा करते हुए उन्हें शाबाशी दी। उन्होंने कहा कि, जनता की सुरक्षा पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कांस्टेबल अनीस और मेहताब ने जिस तरह तत्परता दिखाई, वह पूरे पुलिस विभाग के लिए प्रेरणास्रोत है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि सतर्कता और समय पर लिया गया निर्णय कैसे कई ज़िंदगियों को सुरक्षित रख सकता है।