ब्रिटेन में सिख युवती से गैंगरेप पर भड़का सुराज सेवादल, देहरादून में फूंका ब्रिटिश सरकार का पुतला..
भारत सरकार से हस्तक्षेप और एनकाउंटर की मांग उठाई..

पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: ब्रिटेन में सिख युवती से हुए कथित गैंगरेप और ‘अपने देश लौट जाओ’ जैसी नस्लभेदी टिप्पणी ने लोगों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। इसी कड़ी में रविवार को राजधानी देहरादून के प्रेमनगर में सुराज सेवा दल ने जोरदार प्रदर्शन किया। गुस्साए कार्यकर्ताओं ने ब्रिटिश सरकार का पुतला फूंका और केंद्र सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्रदेश महामंत्री देवेंद्र बिष्ट ने कहा कि भारत को दो सौ साल तक गुलाम बनाकर लूटने वाले अंग्रेज आज भी औपनिवेशिक मानसिकता से बाहर नहीं निकले हैं। उन्होंने कहा कि सिख युवती के साथ दरिंदगी के बाद ‘अपने देश वापस जाओ’ कहना बेहद शर्मनाक है और भारतीय अस्मिता पर सीधा हमला है। उन्होंने मांग की कि दोषियों का तत्काल एनकाउंटर हो और भारत सरकार ब्रिटेन से हर तरह के रिश्ते खत्म करे।
प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद जोशी ने कहा कि यह केवल एक युवती के सम्मान का सवाल नहीं है, बल्कि पूरे भारत की गरिमा का मुद्दा है। उन्होंने केंद्र सरकार से कड़ा रुख अपनाने और विदेश मंत्रालय के स्तर पर ब्रिटेन सरकार को सख्त संदेश देने की मांग की। जोशी ने कहा कि यदि भारत सरकार तुरंत ठोस कदम नहीं उठाती है तो सुराज सेवा दल आंदोलन को और तेज करेगा।बिष्ट ने भी चेतावनी दी कि यदि इस मामले पर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो सुराज सेवा दल सड़कों पर उतरकर देशव्यापी आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि अब भारतीय समाज इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगा।
इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने भारत सरकार से यह भी अपील की कि वह ब्रिटेन सरकार से औपचारिक तौर पर कड़ा विरोध दर्ज कराए। विदेश मंत्रालय के माध्यम से ब्रिटेन को साफ संदेश दिया जाए कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा से किसी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही दोषियों को तुरंत सख्त सजा दिलाने के लिए दबाव बनाया जाए।
प्रेमनगर क्षेत्र में हुए इस प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर जमकर नारेबाजी की। “ब्रिटिश सरकार मुर्दाबाद”, “भारतीय अस्मिता का अपमान बर्दाश्त नहीं” जैसे नारों से पूरा इलाका गूंज उठा।
प्रदर्शन में कावेरी जोशी, पूजा बिष्ट, गीता तोमर, बलजीत कौर, निधि धामी, नीलम, पूजा नेगी, नीतू, डिंपी, सनी, विपिन, रवि, विजेंद्र, कुणाल, शिवम, हिमांशु, दीपक, मोनू, रोहित, यश, दिव्यांश समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। महिलाओं से लेकर युवाओं तक, हर वर्ग के लोग विरोध में शामिल हुए और ब्रिटेन सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया।