“गैरसैण राजधानी के लिए दिल्ली में गरजा सुराज सेवादल, जंतर मंतर पर किया प्रदर्शन..
प्रदेश में बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और पंचायत चुनाव में धांधली पर भी उठाए सवाल, (देखें वीडियो)..
पंच👊नामा-ब्यूरो
नई दिल्ली: उत्तराखंड की स्थायी राजधानी गैरसैण को बनाने की मांग को लेकर सुराज सेवा दल के हजारों कार्यकर्ता रविवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर गरजे। प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी के नेतृत्व में हुए इस धरना-प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और चेतावनी दी कि अगर समय रहते उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और भी व्यापक रूप लेगा।
सुराज सेवा दल के बैनर तले आयोजित इस विशाल प्रदर्शन में प्रदेश के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में युवा, महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक शामिल हुए। संगठन के कार्यकर्ताओं ने बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाल स्थिति, पंचायत चुनाव में धांधली और आपदा प्रबंधन में लापरवाही जैसे मुद्दों पर भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया।
प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी ने कहा कि गैरसैण को उत्तराखंड की स्थायी राजधानी घोषित करना अब वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है। उन्होंने कहा कि पहाड़ और मैदान दोनों क्षेत्रों के संतुलित विकास के लिए गैरसैण से बेहतर कोई विकल्प नहीं है।
हाल ही में हुए जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने धांधली को लोकतंत्र का मजाक बताया और कहा कि इस तरह की करतूतों से प्रदेश की देशभर में फजीहत हो रही है।
जोशी ने कहा कि सुराज सेवा दल लोकतांत्रिक और संवैधानिक तरीकों से संघर्ष करता रहा है और आगे भी करता रहेगा। यह आंदोलन जनता के न्याय, अधिकार और विकास की लड़ाई है।
जब तक जनता की मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक यह संघर्ष थमने वाला नहीं है। धरना-प्रदर्शन में संगठन की अनुशासन और एकजुटता साफ तौर पर दिखी।
प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली की जनता और प्रशासन को भरोसा दिलाया कि उनका आंदोलन पूरी तरह जनहित में है और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था फैलाने का इरादा नहीं है। सुराज सेवा दल के पदाधिकारियों ने साफ किया कि यह आंदोलन की सिर्फ शुरुआत है।
आने वाले समय में इसे और बड़े स्तर पर चलाया जाएगा। संगठन ने जनता से अपील की कि वे आगे आकर न्याय और अधिकार की इस लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर साथ दें।