हरिद्वार

पुलिस कप्तान से मिले सुरेश राठौर, नया विवेचनाधिकारी करेगा दुष्कर्म के आरोपों की जांच..

विधायक के अधिवक्ता ने भी लगाए आरोप..

पंच 👊 नामा ब्यूरो
हरिद्वार: दुष्कर्म के आरोपों की दोबारा जांच के आदेश के बाद ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर ने सोमवार को पुलिस कप्तान डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की। राठौर ने छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। वहीं, इस पूरे मामले में दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए अब विवेचनाधिकारी बदलने की कसरत भी शुरू हो गई है। चूंकि फाइनल रिपोर्ट को निरस्त कर दोबारा जांच के आदेश देने के दौरान कोर्ट ने पुलिस की जांच पर भी सवाल उठाए थे। इसलिए अब जांच किसी दूसरे विवेचनाधिकारी से कराई जाएगी।
ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर पर पिछले साल उनकी एक महिला समर्थक ने दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। जबकि इससे पहले विधायक राठौर ने ब्लैकमेलिंग के आरोप में महिला और उसके पति समेत पांच लोगों को जेल भिजवा दिया था। दुष्कर्म के आरोपों की जांच शुरू होने पर महिला ने पुलिस के साथ-साथ धारा 164 के तहत दर्ज कराए गए बयानों में भी अपने आरोप कायम रखे। लेकिन बाद में शपथ पत्र देकर आरोपों को गलत बताया। इन्हीं आधार पर मामले की जांच कर रही उप निरीक्षक पूनम प्रजापति ने फाइनल रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर दी थी। कोर्ट में पहले और बाद में दिए गए बयानों में अंतर को देखते हुए पुलिस की फाइनल रिपोर्ट को कटघरे में खड़े करते हुए निरस्त कर दिया था और दोबारा जांच के आदेश दिए। इस मामले में ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर सोमवार को पुलिस कप्तान डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत से मिले। एसएसपी को दिए गए पत्र में उन्होंने कहा कि यह सब छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है। हालांकि विधायक ने किसी का नाम नहीं लिया। लेकिन निष्पक्ष जांच की मांग जरूर की। दूसरी तरफ विधायक सुरेश राठौर के अधिवक्ता भरत सिंह ने प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि जब महिला अपने आरोप वापस ले चुकी है तो हंगामा क्यों किया जा रहा है। अधिवक्ता ने विधायक की छवि धूमिल करने का आरोप भी लगाया। इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह रावत का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर मामले की दोबारा जांच शुरू की जाएगी। दोबारा जांच किसी अन्य उपनिरीक्षक से कराई जाएगी।

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