पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: भ्रष्टाचार के मामले में फंसे सस्पेंड आईएफएस अधिकारी और हरिद्वार के पूर्व डीएफओ किशनचंद को आखिरकार उत्तराखंड विजिलेंस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया।
विजिलेंस लगभग एक महीने से किशन चंद की तलाश में शिद्दत से जुटी हुई थी। एक दिन पहले ही विजिलेंस की एक टीम ने हरिद्वार पहुंचकर कुर्की के लिए मुनादी की कार्रवाई की थी। टीम ने आखिरकार किशनचंद को गाजियाबाद से ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया।
पाखरो रेंज में अवैध कटान और ठेकेदारों को गलत तरीके से भुगतान करने के भ्रष्टाचार मामले में किशन चंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसकी जांच विजिलेंस की हल्द्वानी यूनिट कर रही थी। लगभग 1 माह पहले कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद से विजिलेंस आरोपी किशनचंद की गिरफ्तारी की कोशिशों में जुटी हुई थी। लगातार दबिश देने के बावजूद किशनचंद का कुछ पता नहीं चल पा रहा था। इस बीच अपनी फजीहत भांपते हुए भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर ने अपने रविदास अखाड़े से भी किशनचंद को महामंत्री पद से हटाते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
गुरुवार को बिजनेस की एक टीम ने हरिद्वार पहुंचकर किशन चंद के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई के लिए मुनादी कराई थी। नंद विहार कॉलोनी स्थित घर और पथरी क्षेत्र स्थित स्टोन क्रशर पर भी नोटिस चस्पा किया गया था। कुर्की की तैयारियों के बीच अहम सुराग मिलने पर विजिलेंस की टीम ने गाजियाबाद में छापा मारकर किशन चंद को गिरफ्तार कर लिया। देर रात तक किशनचंद को उत्तराखंड लाया जा रहा था। यहां भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में किशनचंद को पेश किया जाएगा।