नगर निगम जमीन घोटाले की जांच को हरिद्वार पहुंचे सचिव रणवीर सिंह चौहान..
सराय गांव में टीम के साथ किया स्थलीय निरीक्षण, दर्ज किए गए स्थानीय लोगों के बयान..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: नगर निगम हरिद्वार चर्चित जमीन घोटाले की जांच अब निर्णायक दौर में पहुंचती दिख रही है। शासन स्तर पर गठित जांच समिति के प्रभारी और गन्ना एवं चीनी विभाग के सचिव रणवीर सिंह चौहान मंगलवार को हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने सराय गांव स्थित विवादित भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया और पूरे प्रकरण से जुड़े अहम बिंदुओं की जांच की।सचिव चौहान ने नगर निगम अधिकारियों, राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर जमीन की स्थिति, सीमांकन और पूर्व में किए गए सौदे की वास्तविकता को परखा। उन्होंने स्थानीय नागरिकों और आसपास के भू-स्वामियों से बातचीत कर उनके बयान दर्ज किए। मौके पर दस्तावेजी साक्ष्य भी एकत्र किए गए।
भूमि खरीद में भारी गड़बड़ियों की आशंका…..
गौरतलब है कि हरिद्वार नगर निगम द्वारा नवंबर 2024 में सराय गांव में करीब 38 बीघा जमीन ₹52 करोड़ की कीमत पर खरीदी गई थी। यह सौदा तत्कालीन नगर आयुक्त के कार्यकाल में हुआ था, जिसे लेकर यह आरोप लगे कि यह बाजार दर से कहीं अधिक कीमत पर की गई खरीद है। साथ ही, भूमि की स्थिति, उपयोगिता और सौदे की प्रक्रिया को लेकर कई गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े हुए हैं।पूर्व में निलंबित हो चुके हैं चार अधिकारी…..
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने पर नगर निगम के चार अधिकारियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। इनमें प्रभारी सहायक नगर आयुक्त रवीन्द्र कुमार दयाल, प्रभारी अधिशासी अभियंता आनंद सिंह मिश्रवाण, कर एवं राजस्व अधीक्षक लक्ष्मीकांत भट्ट और अवर अभियंता दिनेश चंद्र काण्डपाल शामिल हैं। साथ ही, सेवा विस्तार पर कार्यरत सेवानिवृत्त लिपिक वेदपाल की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।बैंक खातों को फ्रीज करने के आदेश, और भी बयान दर्ज होंगे…..
सचिव रणवीर सिंह चौहान ने जिलाधिकारी से नगर निगम के संबंधित बैंक खातों को फ्रीज करने की सिफारिश की है, जिससे लेन-देन पर रोक लग सके। जांच दल अब दस्तावेजों की कानूनी वैधता, निगम की आंतरिक प्रक्रिया और मूल्यांकन रिपोर्ट के आधार पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगा।महापौर ने भी उठाए थे सवाल…..
नगर निगम की महापौर किरण जैसल ने इस जमीन खरीद पर पहले ही सवाल उठाए थे और इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि नगर निगम की वित्तीय प्रणाली के साथ बड़ा खिलवाड़ हुआ है और जनता के धन का दुरुपयोग किया गया है। इस पर मुख्यमंत्री ने त्वरित संज्ञान लेते हुए सचिव स्तर की जांच बैठा दी थी।जांच में और तेजी की उम्मीद…..
रणवीर सिंह चौहान की हरिद्वार में सक्रियता के बाद अब यह उम्मीद की जा रही है कि जांच की गति और तेज होगी। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि शासन की मंशा स्पष्ट है—जो भी दोषी होगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।