दरबारी या सरकारी न बनें पत्रकार, निडर होकर निभाएं फ़र्ज़..
प्रेस क्लब महानगर रुड़की ने मनाया हिंदी पत्रकारिता दिवस..

पंच👊नामा-ब्यूरो
रुड़की: प्रेस क्लब महानगर रुड़की (रज़ि.) की ओर से नवनिर्वाचित टीम ने हिंदी पत्रकारिता दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस दौरान रुड़की नगरनिगम सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार एम. हसीन ने की संचालन शकील अनवर व आरिफ नियाजी ने किया। कार्यक्रम में खुसूसी महमान नगरनिगम मेयर गौरव गोयल, इतिहासकार, कवि व लेखक राजकुमार उपाध्याय, व्यापार मंडल अध्यक्ष अरविन्द कश्यप, समाजसेवी वीरेंद्र कुमार गुप्ता, प्रदेशअध्यक्ष भाकियू अम्बावत सुभाष नम्बरदार, काग्रेसी नेत्री रश्मि चौधरी, समाजसेवी पंकज नन्दा व पूजा नन्दा, भाजपा नेता संजय अरोड़ा, संरक्षक विवेकानन्द क्लब रवि चौधरी समेत शहरभर के प्रबुद्ध नागरिकों ने शिरकत की। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। वक्ताओं ने अपने अपने संबोधन में हिंदी पत्रकारिता पर प्रकाश डाला और पत्रकार समाज को हिंदी पत्रकारिता दिवस की बधाई दी।
मेयर गौरव गोयल ने कहा कि पत्रकार शासन व जनता के बीच सेतु का काम करता है। पहले एक दौर था जब चुनिंदा पत्रकार होते थे आज पत्रकारिता में रोजगार की कोई कमी नहीं है। लेकिन उसके लिए स्वयं को साबित करने की आवश्यकता है। पत्रकार बनना चुनौतीपूर्ण है। आज पत्रकारिता में शोध की आवश्यकता है, हालांकि रोजगार के साथ चुनौतियां कम नहीं हैं। एक अच्छे पत्रकार को टीआरपी से ज्यादा देश, दुनिया की चिंता करनी चाहिए। वही इतिहासकार राजकुमार उपाध्याय हिंदी पत्रकारिता दिवस की जानकारी देते हुए बताया हर साल 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है। इसे मनाने की वजह यह है कि इसी दिन साल 1826 में हिंदी भाषा का पहला अखबार ‘उदन्त मार्तण्ड’ प्रकाशित होना शुरू हुआ था। इसका प्रकाशन कलकत्ता शहर से किया जाता था और पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने इसे शुरू किया था। शुक्ल स्वयं ही इसके प्रकाशक और संपादक थे। उन्होंने सभी पत्रकारों को इस दिवस की शुभकामनाएं दी। इसी के साथ कार्यक्रम में वक्ताओं ने हिंदी के पहले अखबार उदंत मार्तंड व हिंदी पत्रकारिता के इतिहास पर प्रकाश डाला। अंत मे अतिथियों को शॉल ब शील्ड देकर सम्मानित किया और कार्यक्रम के अध्यक्ष एम. हसीन ने अंतिम संबोधन में पहले और वर्तमान की पत्रकारिता से रूबरू कराते हुए कहा कि पत्रकार को अपनी नैतिक जिम्मेदारी का ईमानदारी से पालन करना चाहिए। पाठकों की भी जिम्मेदारी है कि वह क्या पढ़ना पसंद करते हैं। एक तरफ पत्रकार को नोबेल पुरस्कार मिलता है तो दूसरी तरफ पत्रकारों के बारे में चिंतन वाली खबरे भी पढ़ने को मिलती है, आज पत्रकारिता को लेकर चिंतन करने की बेहद आवश्यकता है। इस मौके पर नवनिर्वाचित अध्यक्ष हरिओम गिरी, महासचिव प्रिंस शर्मा, उपाध्यक्ष आरिफ नियाजी, सचिव सुनील पटेल, कोषाध्यक्ष शहजाद राजपूत समेत निदेशक डॉ अरशद, संदीप चौधरी, देवेंद्र वर्मा, कृष्ण गोपाल, विशाल यादव, शादाब अली को माला पहनाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मनोज अग्रवाल पूर्व अध्यक्ष, प्रवेज़ आलम, सलमान मलिक, सुशील झा, सोनिया सैनी, अकील अहमद, शमीम अहमद, फिरोज खान, प्रीति अग्रवाल, विकास भाटिया, नरेंद्र कुमार उर्फ छोटू, नसीम मलिक, अमजद भारती, अमित त्यागी, अनिल गोयल, अनिल कश्यप, असलम अंसारी, डालचंद्रा, दिलशाद खान, शकील अहमद, इसरार मिर्जा, सलीम साबरी, शाहनजर अली, राव शाहनवाज खान, शकील अहमद, सूरज कुमार गोयनका, सूरज वर्मा, राजेश सैनी, सतपाल सैनी, रजनीश सहगल, संदीप कश्यप, अभिषेक कुमार, मोहम्मद वसीम, मोहम्मद नाजिम आदि मौजूद रहे।