ग्रैंड लज्जा के लीजधारक से धोखाधड़ी व उत्पीड़न करने वाले होटल मालिक “बाप-बेटे और पूर्व मैनेजर के खिलाफ मुकदमा..
तीनों ने मिलकर किया उत्पीड़न, होटल से चुराया डाटा, गुंडे भेजकर दिलाई धमकी, ग्राहकों को गुमराह कर कैंसिल कराते रहे बुकिंग..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: बहादराबाद के ग्रैंड लज्जा होटल के लीजधारक के साथ धोखाधड़ी करते हुए उत्पीड़न व शोषण करने के मामले में आखिरकार पुलिस ने होटल मालिक बाप-बेटे सहित तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोप है कि बाप-बेटे ने 7 साल के लिए होटल लीज पर दिया।

लेकिन होटल चलने पर मन में लालच आ गया और समय पूरा होने से पहले ही नए-नए हथकंडे बनाकर होटल खाली करने का दबाव बनाया होटल से न सिर्फ महत्वपूर्ण डाटा चोरी किया गया बल्कि ग्राहकों को गुमराह कर बुकिंग कैंसिल करते हुए लाखों रुपए का नुकसान भी कराया।

आरोप यह भी है कि होटल में गुंडे भेज कर धमकी दिलवाई गई। पीड़ित ने पुलिस कप्तान प्रर्मेंद्र डोबाल को शिकायत देकर कार्रवाई और सुरक्षा की गुहार लगाई थी। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। बहादराबाद थाना प्रभारी नरेश राठौड़ ने बताया कि छानबीन शुरू कर दी है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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लीजधारक देवेंद्र सिंह राघव ने शिकायती प्रार्थना पत्र में बताया कि वह दीपिका ईवेट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक/डायरेक्टर हैं। उनकी पत्नी प्रतिभा देवी कंपनी की सह-मालिक व डायरेक्टर भी हैं। उन्होंने एक होटल दी ग्रैंड लज्जा (कुल सम्पति 16 बीघा) का 7 साल की लीज पर गौरव जैन पुत्र महेश जैन निवासी कैलाश भवन, जयराम आश्रम के सामने भीमगोडा मार्ग हरिद्वार, से 21 जुलाई 2021 को लिया था। 20 लाख रुपया बतौर सिक्योरिटी दिए और 6 लाख रुपया प्रतिमाह किराया तय हुआ। जब होटल लिया तो बहुत सारा काम होना बाकि था।

क्यूंकि कोरोना महामारी के कारण काम बंद पड़ा था। जो लगभग दो करोड़ रुपया लगाकर पूरा कराया था। इतना पैसे का इंतज़ाम करने में अपना एक प्लाट बेचना पड़ गया था और बैंक से भी लोन लेना पड़ा। गौरव जैन व् उसके पिता महेश जैन ने यह कहकर अधूरा काम पूरा कराया कि पैसे किराये में कट जाया करेंगे।

लेकिन ऐसा नहीं हुआ और गौरव जैन किराया लेने पर अड़ गया, फिर कुछ ही दिन बाद जालसाजी करते हुए मजबूर किया और एक अन्य किरायानामा तीन सितंबर 2021 को यह कहकर बनवाया कि कॉटेज (जो इसी परिसर में है) का उपयोग करने प अलग किराया लेंगे और यह पिछले समझौते में शामिल नहीं था। मजबूरन इसके एवज़ में 25 हज़ार रुपया प्रतिमाह देने पड़े।
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होटल चलने पर आया मन में लालच…….

लीजधारक देवेंद्र सिंह राघव ने बताया कि उन्होंने दिन-रात मेहनत करके दो साल में होटल को चलने योग्य बनाया तो गौरव जैन व् महेश जैन के मन में लालच आ गया और वह होटल खाली कराने के लिए नए नए हथकंडे इस्तेमाल कर परेशान करने लगे। बेबुनियाद आरोप और झूठे मुक़दमे लगवा दिए, गुंडे भेजकर धमकियां दिलवाई कि तुझे और तेरे परिवार को जान से मरवा देंगे, तेरी इज़्ज़त उछाल देंगे।

महेश जैन की ओर से किये गए एक मुक़दमे की याचिका से पता चला कि संपत्ति सिर्फ गौरव जैन के नाम ही नहीं थी, बल्कि आधी 8 बीघा उसके पिता महेश जैन के नाम भी थी। जबकि पूरी संपत्ति का सौदा गौरव जैन ने किया। इस प्रकार गौरव जैन ने धोखाधड़ी की और इस धोखे में उसके पिता महेश जैन ने भी गवाह बनकर उसका साथ दिया। लीजधारक देवेंद्र सिंह राघव ने बताया कि कुछ महीनो पहले गौरव जैन होटल आये और उनकी गैरमौजूदगी में रिसेप्शन पर रखे कंप्यूटर से अपनी पेन ड्राइव में उनके महत्वपुर्ण दस्तावेज़ और कंपनी के ग्राहकों से जुड़ा सारा डाटा चुरा ले गए। जिसकी CCTV रिकॉर्डिंग पास मौजूद है।
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मैनेजर के साथ मिलकर रची साजिश…..

आरोप है कि गौरव जैन ने होटल दी ग्रैंड लज्जा पर मैनेजर रहे अमनदीप सिंह निवासी 1153, सिल्वर सिटी हाइट्स, ज़ीरगपुर, चंडीगढ़, पंजाब जिसने अक्टूबर 2021 में होटल में नौकरी शुरू करी थी, को पैसे देकर अपनी तरफ मिला लिया और आर्थिक हानि पहुंचाने लगे। आरोप लगाया कि अमनदीप ग्रांड लज्जा के ग्राहकों को गौरव जैन के दूसरे होटल लज्जा, हरिद्वार, पर शिफ्ट करने लगा।

GST विभाग के अधिकारियों के ऑडिट करने पर पता लगा कि अमनदीप सिंह ने जो शादी समारोह आदि की बुकिंग की, उनमें कम पैसा बताया और समारोह करवाने वालो से धोखाधड़ी करके नकद व अपने आईसीआईसीआई बैंक के खाता संख्या 004301538589 में भी सीधा पैसा लेता रहा। अमनदीप सिंह ने धोखा करके प्रार्थी के 30 लाख रुपया से ज़्यादा का गबन किया है। अमनदीप सिंह ने धोखा देकर भागने का मन बना लिया था और इसी के चलते उसने मजबूरी दिखाकर दो लाख रुपया भी उधार लिया था और कुछ ही समय बाद वह होटल छोड़कर दिसम्बर 2022 में चला गया।
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फर्जीवाड़े से पुलिस को किया गुमराह……

लीजधारक देवेंद्र सिंह राघव ने आरोप लगाया कि महेश जैन, गौरव जैन व् अमनदीप ने मिलकर एक फ़र्ज़ी कूटरचित समझौता बनाकर पुलिस को दिया और उनके खिलाफ पुलिस को गुमराह करने का आपराधिक षड़यंत्र रचा और गौरव जैव व उसके पिता महेश जैन ने समाज के कई ज़िम्मेदार लोगो के सामने प्रार्थी को गाली देकर व बदकिरदार कहकर मान-सम्मान को हानि पहुंचाई। उत्पीड़न शोषण कर उन्हें मानसिक रोगी बना दिया है। कुछ गुंडे कार का किसी भी दिन पीछा करने लगते हैं। इस तरह से मानसिक दबाव में रहने लगा और हर समय जान का खतरा बना हुआ।