उज्जैन में चैत्र अष्टमी पर नगर पूजा का आयोजन, माता को अर्पित की गई मदिरा..
नगर के 40 से अधिक मंदिरों में पहुंचेगी पूजा यात्रा, शाम को होगा समापन..

पंच👊नामा-ब्यूरो
उज्जैन: धार्मिक नगरी उज्जैन में चैत्र शुक्ल अष्टमी पर शनिवार को नगर पूजा की परंपरा का भव्य आयोजन किया गया। सुबह चौबीस खंभा स्थित माता महामाया और महालया का पूजन कर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी रविन्द्र पुरी महाराज ने देवी को मदिरा का भोग अर्पित किया।
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27 किलोमीटर लंबी रही नगर पूजा यात्रा….पूजन-अर्चन के बाद नगर पूजा यात्रा की शुरुआत हुई, जो उज्जैन के 40 से अधिक देवी और भैरव मंदिरों में जाकर पूजन करेगी। यह यात्रा शाम को अंकपात मार्ग स्थित हांडीफोड़ भैरव मंदिर पर सम्पन्न होगी। पूरे मार्ग पर परंपरा अनुसार मदिरा धार बहाई गई।
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माता को अर्पित हुआ विशेष तांत्रिक भोग….इस पूजा में देवी को केवल मदिरा ही नहीं, बल्कि सुहाग सामग्री और बड़बाकल जैसे विशेष पकवानों का भी भोग अर्पित किया गया। यह पूजा अघोरी और तांत्रिक परंपरा से जुड़ी मानी जाती है, जिसमें वर्जित माने जाने वाले भोग भी मां को अर्पित किए जाते हैं।
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परंपरा के निर्वहन में जुटे संत-महंत….नगर पूजा में निरंजनी अखाड़े के महंत स्वामी रविन्द्रपुरी महाराज के साथ देशभर से आए कई महामंडलेश्वर और साधु-संत शामिल हुए। प्रमुख संतों में स्वामी शांति स्वरूपानंद गिरी महाराज, स्वामी प्रेमानंद पुरी महाराज,
स्वामी सुमनानंद गिरि महाराज, स्वामी भागवतानंद गिरि महाराज व स्वामी रामकृष्णानंद महाराज शामिल रहे। इसके साथ ही समाजसेवी नारायण यादव, एसपी प्रदीप शर्मा और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी इस परंपरा का हिस्सा बने।
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कल होगा कन्या पूजन और भंडारा…..अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता डॉ. गोविंद सोलंकी और समन्वयक डॉ. राहुल कटारिया ने बताया कि यात्रा के समापन के बाद 6 अप्रैल को बड़नगर रोड स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में कन्या पूजन और भंडारे का आयोजन किया जाएगा।