
पंच👊नामा ब्यूरो
हरिद्वार: ज्वालापुर में रमजान के दौरान युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में पुलिस ने आखिरकार उसकी पत्नी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। परिजनों का सीधा आरोप है कि युवक की पत्नी ने ही उसकी हत्या की है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। इसलिए पुलिस ने विसरा जांच के लिए भेजने की पूरी तैयारी कर ली है। यदि युवक को जहर दिया गया होगा, तो विसरा रिपोर्ट में यह साफ हो जाएगा। लेकिन शुरुआती छानबीन में युवक की पत्नी की भूमिका संदेह के दायरे में है, इसलिए एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस के मुताबिक, रुकसाना निवासी बकरा मार्किट ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि उनके बेटे मेहताब का निकाह 25 नवंबर 2021 को आरजू निवासी शक्ति मोहल्ला रूड़की के साथ हुआ था। शादी के बाद से ही मेहताब व उसकी पत्नी के बीच सामान्य कहासुनी होती रहती थी। रूकसाना का कहना है कि 29 अप्रैल की रात साढ़े 11 बजे मेहताब अपनी पत्नी आरजू के साथ कमरे में सोने के लिए चला गया। सुबह तीन बजे जब रूकसाना ने मेहताब को सहरी खाने के लिए उठाने को आवाज लगाई तो मेहताब की पत्नी आरजू ने बताया कि मेहताब की तबियत ठीक नहीं है और वह सो रहा है। इसके बाद रूकसाना वापस आई गई। सुबह नौ बजे रूकसाना ने फिर से मेहताब को आवाज लगाई तो आरजू ने रूकसाना को सोने की बात कह कर वापस लौटाने का प्रयास किया। इसके बाद रूकसाना को शक हुआ तो उसने शोर मचाया और आस पडोस से अपने रिशतेदारों व सगे संबंधियो को बुला लिया। रिश्तेदारों ने जब मेहताब व आरजू के कमरे का दरवाजा खटखना शुरु कर दिया तो आरजू ने बहुत मुश्किल से दरवाजा खोला। कमरे के अंदर जाने पर रूकसाना व अन्य लोगों ने देखा कि मेहताब जमीन पर पडा था और उसने शरीर पर कोई कपड़ा भी नहीं पहना हुआ था। पत्नी ने उसे रजाई से ढका हुआ था। इसके बाद पड़ोसी व रिश्तेदार मेहताब को लेकर भूमानंद अस्पताल पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने इस मामले में ज्वालापुर कोतवाली में शिकायत दी। परिजनों ने एसएसपी से भी मुलाक़ात की। ज्वालापुर कोतवाल महेश जोशी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
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कुछ साल पहले बड़े भाई ने की थी खुदकुशी
इस पूरे मामले को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं बनी हुई है। दुखद बात यह है कि कुछ साल पहले मेहताब के बड़े भाई आफताब ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी जिसके बाद मेहताब ही अपनी मां व परिवार का सहारा था। वह फ्लेक्स बनाने का काम करता था।