जेल में “तहज्जुद” की नमाज के लिए वुजू कर रहे बुजुर्ग कैदी की मौत, कैमरे में कैद हुआ वाक्या..
हत्या के मामले में 12 साल से सजा काट रहा था बुजुर्ग कैदी, एम्स में होगा पोस्टमार्टम..

पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: जेल में नमाज पढ़ने के लिए वुजू कर रहे एक बुजुर्ग कैदी की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई।

हत्या के मामले में 12 साल से सजा काट रहा बहादराबाद के मरगूबपुर गांव निवासी बुजुर्ग कैदी रोजाना की तरह तड़के लगभग साढ़े तीन बजे तहज्जुद की नमाज अदा करने के लिए उठा था। वुजू करने के दौरान कुल्ला करने पर वह निढ़ाल होकर पीछे गिर पड़ा।

बंदी रक्षक आनन-फानन में उसे जेल के भीतर बने अस्पताल ले गए। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह पूरा वाक्या सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स ऋषिकेश भिजवाया है।

जेल के वरिष्ठ अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि नूर अहमद (74 वर्ष) पुत्र महमूद निवासी ग्राम मरगूबपुर थाना बहादराबाद को हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा हुई थी।

करीब 12 साल से नूर अहमद जेल में अपनी सजा काट रहा था। सोमवार की तड़के की नमाज पढ़ने के लिए उठा और वुजू करने लगा। उसी दौरान उसकी मौत हो गई। तब जेल प्रशासन ने कैदी के परिजनों को सूचना दी। नायब तहसीलदार और सिडकुल थाने के उपनिरीक्षक ने शव का पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए ऋषिकेश भिजवाया।

जहां डाक्टरों का पैनल शव का पोस्टमार्टम करेगा। अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि पिछले दिनों रिहाई के लिए नूर अहमद का नाम भी शासन को भेजा जाना था, लेकिन गिनती करने पर सजा की अवधि कुछ दिन कम निकली। इसलिए उसका नाम नहीं भेजा जा सका था।