हरिद्वार

सात दिन से एक हाथी की मौत का इंतज़ार कर रहे अफसर..

किसान के खेत में निढ़ाल पड़ा विशालकाय जीव, तमाशबीनों की भीड़, अफसरों-जनप्रतिनिधियों को होश नहीं..

पंच👊नामा-ब्यूरो
अरशद ख्वाजा, हरिद्वार: वन्य जीवों के संरक्षण की बड़ी-बड़ी बातें करने वाला वनविभाग पिछले सप्ताहभर से एक निढाल हाथी की मौत का इंतेज़ार कर रहा है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि रेंज में हाथी अस्पताल होने के बाद भी बीमार हाथी का रेस्क्यू नही किया गया बल्कि खेत मे ही बीमार हाथी का इलाज किया जा रहा है। हालांकि बेहतर इलाज का दावा अधिकारी कर रहे है लेकिन खुले आसमान के नीचे खेत मे पड़ा बीमार हाथी अफसरों के दावों की पोल खोल रहा है।

फाइल फोटो: बीमार मादा हाथी

ये माजरा हरिद्वार वन प्रभाग की खानपुर रेंज में सामने आया है। जहां रेंज की रसूलपुर बीट के जंगल में एक मादा बीमार हाथी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। बताया जा रहा है कि करीब सप्ताहभर से बीमार हाथी किसान के खेत मे पड़ा है जिसका विभागीय इलाज वही किया जा रहा है।

फाइल फोटो: बीमार मादा हाथी

जबकि राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज में प्रदेश का पहला और एक मात्र हाथी अस्पताल बनाया गया है, जहां रेस्क्यू किए गए हाथियों को उपचार दिया जा जाता है, लेकिन रसूलपुुर बीट में पड़े बीमार हाथी को अभी तक रेस्क्यू कर अस्पताल में लाने की जहमत तक गवारा नही की गई। जो विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है।
—————————————
खानपुर रेंज के रेंजर राम सिंह… बताते है कि हाथी बीमार है, उसे देहरादून जूं के डॉक्टर प्रदीप मिश्रा की ओर से उपचार
दिया जा रहा है। बात रही उसे वहां से रेस्क्यू करके हाथी अस्तपाल में भर्ती कराने की तो वह अधिकारियों को निर्णय लेना है। उन्हें बीमार हाथी के बारे में अवगत भी करा दिया गया है।
————————————-
डीएफओ, हरिद्वार मयंक शेखर झा.. का कहना है कि मैं अवकाश पर चल रहा हूं। इसलिए मुझे मामले की जानकारी नहीं है। देहरादून डीएफओ पर अ‌तिरिक्त चार्ज है। इसलिए उनसे ही इस बारे में पता किया जाए।
————————————–
प्रभारी डीएफओ, हरिद्वार नीतिश मणि त्रिपाठी.. का कहना है कि वन विभाग के पास जितने भी संसाधान हैं, उनसे हाथी को मौके पर ही जरूरी उपचार दिया जा रहा है। हर दिन की वीडियो और फोटोग्राफ भी विभाग के पास मौजूद हैं। उसकी रिपोर्ट भी चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को भेजी जा चुकी है। हाथी को वहां से रेस्क्यू करने और ट्रैकुंलाइज करने की अनुमति मांगी गई थी। पर अब वह वहीं पर लेट गई है। इसलिए उसे वहीं पर अच्छे से अच्छा
उपचार दिया जा रहा है।
————————————–
मुख्य वन संरक्षक, शिवालिक वृत राजीव धीमान.. ने बताया वाइल्ड लाइफ से हाथी को ट्रैकुंलाइज करने के लिए अनुमति मांगी गई है। लेकिन अनुमति मिली है या नहीं यह प्रभारी डीएफओ ही बता सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Translate »
error: Content is protected !!