उत्कृष्ट विवेचना के लिए एसओजी प्रभारी जहांगीर अली को गृह मंत्रालय से मिला सम्मान..
रुद्रप्रयाग जिले के ब्लाइंड मर्डर व लूटपाट की सुलझाई थी गुत्थी, डीजीपी अशोक कुमार ने लगाया मेडल..

पंच👊नामा
रुड़की: एसओजी प्रभारी जहांगीर अली को रुद्रप्रयाग जनपद के ब्लाइंड मर्डर व लूटपाट की गुत्थी सुलझाने पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्कृष्ट विवेचना का सम्मान मिला है। डीजीपी अशोक कुमार ने प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर उपनिरीक्षक जहांगीर अली को सम्मानित किया।गौरतलब है कि रुद्रप्रयाग जनपद में तैनाती के दौरान उपनिरीक्षक जहांगीर अली ने सरोजिनी हत्याकांड व लूटपाट के ब्लाइंड केस को अपनी सूझबूझ व तकनीकी जानकारी के जरिए सुलझाया और जघन्य हत्याकांड के गुनहगारों को सजा दिलाकर उन्हें जेल पहुंचाया था। यह ब्लाइंड मर्डर रुद्रप्रयाग जनपद पुलिस के लिए एक चुनौती बना हुआ था। तत्कालीन एसपी रुद्रप्रयाग ने ब्लाइंड मर्डर केस की विवेचना उपनिरीक्षक जहांगीर अली को सौंपी तो जहांगीर अली ने विवेचना को एक चुनौती के रूप में लेते हुए पूरी सूझबूझ व तकनीकी जानकारी के आधार पर असली गुनहगारों को को खोज निकाला।
एसपी रुद्रप्रयाग ने उपनिरीक्षक जहांगीर अली का नाम पुलिस पदक के लिए भेजा था। जिसके बाद में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने इस ब्लाइंड मर्डर केस की विवेचना का खुलासा करने पर जहांगीर अली दरोगा का नाम केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा गया। जहां से जहांगीर अली को उत्कृष्ट विवेचना करने पर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मेडल और प्रशस्ति पत्र दिया गया है। जिसे आज राज्य के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने उपनिरीक्षक जागीर अली को मेडल लगाकर और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस वक्त रुड़की एसओजी प्रभारी पर तैनात उपनिरीक्षक जहांगीर अली की इस उपलब्धि पर उनके साथियों व गणमान्य लोगों ने उन्हें बधाई दी। 2018-19 में उत्कृष्ट विवेचना के लिए डीजीपी ने गृह मंत्री भारत सरकार के पदक से सम्मानित किया गया।