बाढ़ पीड़ित किसानों को 10 हजार रुपए प्रति बीघा मुआवजा दे सरकार: रावत
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना करने के बाद सरकार से की मांग..
पंच👊नामा
शमीम अहमद, मंगलौर: जनपद हरिद्वार में बारिश के कहर से किसानों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई, भारी बरसात के चलते लक्सर मंगलौर, खानपुर में आई बाढ़ ने सबसे ज्यादा खेती को नुकसान पहुँचाया है। गन्ने की फसल से लेकर पशुओं का चारा भी बाढ़ की चपेट में आ गया है। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लेने सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी आ चुके है उसके बाद फसलों के नुकसान के आकलन के लिए कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और गन्ना मंत्री सौरभ बहुगुणा ने भी मंगलौर लक्सर खानपुर क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
अब जनपद हरिद्वार में बाढ़ क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलौर क्षेत्र के गांवों में जाकर किसानों की फसलों का जायजा लिया है। बाढ़ के चलते बर्बाद हुई फसलों का जायजा लेने के लिए कांग्रेस समर्थको के साथ हरीश रावत ने खेतो में जाकर बरसात में बर्बाद हुई फसलों का निरीक्षण किया।
उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा देने की मांग की है उन्होंने धामी सरकार से किसानों के हुए नुकसान का 10 हजार रुपए प्रति बीघा मुआवजा दिए जाने की मांग की है। हरीश रावत ने कहा कि लक्सर खानपुर और मंगलौर क्षेत्र में किसानों की फसले पूरी तरह बर्बाद हो गई है किसानों के सामने अपने परिवार का पालन पोषण करना दुश्वार हो गया है।
ऐसी स्थिति में प्रदेश सरकार को जनपद हरिद्वार के पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा देने चाहिए अगर सरकार उनकी मांगे नही मानती है तो वह अपने समर्थकों के साथ अनिश्चितकालीन धरना देने से भी गुरेज नहीं करेगी। इस दौरान झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र जाति, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राव अफाक अली, वीरेंद्र रावत समेत कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।