हरिद्वार

जोशीमठ पीड़ितों की मदद के लिए जमीयत उलेमा ने पीएम मोदी को भेजी चिट्ठी..

प्राकृतिक आपदा पर जताया अफसोस, सरकार से की राहत की मांग..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: उत्तराखंड जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के जनरल सेक्रेटरी मौलाना शराफत अली कासमी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक पत्र भेजकर जोशीमठ के प्रभावितों की मदद ओर उनको विस्थापित करने की मांग की है। पत्र में उन्होंने लिखा उत्तराखण्ड के सीमांत जनपद चमोली के जोशीमठ नगर में घरों और व्यावसायिक भवनों में दरारें आने से करीब 603 आशियानों पर खतरा मंडरा रहा है। जोशीमठ में जगह-जगह पानी का रिसाव होने के बाद राज्य सरकार ने वहां सभी तरह के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है। इसमें एनटीपीसी, हेलंग बाइपास और अन्य निर्माण कार्य बंद भी कर दिए गए हैं। जोशीमठ में पिछले कुछ सालों से भू-धंसाव की घटना तेजी से बढ़ी है, जिसके चलते जोशीमठ में रहने वाले सैकड़ों परिवारों के आशियानों पर खतरा मंडरा रहा है। यही वजह है कि जोशीमठ में रहने वाले लोग लगातार राज्य सरकार से अपने आशियाने को बचाए जाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने लिखा जोशीमठ खतरे की जद में हैं और इस वक्त सबसे ज्यादा जरूरत लोगों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित करने की है, मगर राज्य सरकार ने समय रहते कोई कारगर कदम नही उठाया, जिस कारण आज हजारों जिंदगियों पर अपना घर बार छोड़ कर विस्थापित होने का खतरा मंडरा रहा है। जानकारों से मिली जानकारी के मुताबिक जोशीमठ के सुनील वार्ड के दुर्गा प्रसाद सकलानी के घर पहली बार 2021 में दरार दिखाई दी जो अब पूरे शहर में पैर पसार चुकी है। समय रहते प्रशासन इस समस्या से निपटने का उपाय करता तो शायद आज हजारों लोगों को अपने ही शहर में शरणार्थी जैसा जीवन नहीं जीना पड़ता । जोशीमठ शहर का हर व्यक्ति अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। लोग जबरदस्ती पलायन करने के लिए मजबूर हो गए हैं। जो लोग आर्थिक रूप से संपन्न हैं वह किसी तरह दूसरी जगह आशियाना तलाश लेंगे लेकिन शहर में सैकड़ों ऐसे परिवार हैं जिन्हें इन्हीं हालातों में अपने और बच्चों के भविष्य को तराशना है। जमीयत उलेमा हिन्द उत्तराखण्ड आप से मांग करती है कि जोशीमठ के प्रभावित परिवारों की मदद को केंद्र सरकार आगे आये। जोशीमठ के सभी प्रभावित परिवारों को दूसरे स्थानों पर बसाने के लिये विषेश राहत पैकज जारी किया जाये। प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिये तत्काल कोई वेकल्पिक व्यवस्था की जाये।

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