माहौल खराब करने वालों से सख्ती से निपटे प्रशासन..
भगवानपुर हिंसा के बाद मुस्लिम समाज ने उठाई मांग, : डीजीपी से मिले गैर भाजपा विधायक, एसआईटी गठन की मांग..

पंच👊नामा
रुड़की: देश का सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने और माहौल खराब करने वालों से सख्ती से निपटने के लिए निष्पक्ष व ठोस कार्रवाई की मांग को लेकर मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों ने मंगलौर क्षेत्र के लाठरदेवा शेख़ स्थित एक मदरसे में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया, जिसमे मुस्लिम धर्मगुरु के अलावा समाजसेवी व सामाजिक संगठनों से जुड़े जिम्मेदार लोग मौजूद रहे।
प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों को जानकारी देते हुए मुस्लिम धर्मगुरु कारी शमीम अहमद ने बताया इस प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन डाडा जलालपुर में हुई हिंसा की घटना के मद्देनजर किया गया है। उन्होंने कहा जो घटना हुई है वो तकलीफदेह है पुलिस प्रशासन का फेलियर है, प्रशासन की मौजूदगी में इतनी बड़ी घटना घटी, लेकिन कार्रवाई एक तरफा की गई, बदले की भावना से एक पक्षीय लोगों को टारगेट किया गया। उन्होंने बताया कार्रवाई दोनो पक्षो की ओर से निष्पक्ष होनी चाहिए थी,आपसी सौहार्द बनाए रखने की कवायद की जानी चाहिए थी लेकिन ऐसा नही किया गया। उन्होंने बताया समाज के जिम्मेदार लोगों ने मंगलौर सीओ को तहरीर देकर हुड़दंगईयो पर कार्रवाई की मांग की जिसपर पुलिस ने अब मुकदमा दर्ज कर लिया है।वही समाजसेवी काजी मोनिस ने बताया धार्मिक कार्यक्रम के तहत कुछ असामाजिक तत्वों ने मस्जिद के सामने नारेबाजी की हालांकि ये मामला दोनो पक्षो ने आपस मे सुलझा लिया लेकिन उसके बाद पुलिस की मौजूदगी में जो तांडव हुआ वो हैरान करनर वाला है, बाइक, रिक्शा, मकान जलाए गए है, औरतों के साथ अभद्रता की गई, देर रात तक अफरातफरी रही, लेकिन पुलिस ने एक तरफा मुकदमे दर्ज कर कार्रवाई की, जबकि दोनो तरफ से कार्रवाई कर इस मामले को निपटाया जा सकता था, लेकिन उनकी मंशा कुछ और ही थी। उन्होंने बताया अब मंगलौर सीओ ने उनकी बात सुनते हुए तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया है।
इसके साथ ही सामाजिक संगठन से जुड़े वरिष्ठ समाजसेवी आदिल फरीदी ने कहा कि सरजमीने हिंदुस्तान में जो हिन्दू मुस्लिम भाईचारा बना हुआ है कुछ बुरी ताकते उसे मिटाने की नाकाम कोशिश कर रही है। फरीदी ने बताया डाडा जलालपुर में भी हिन्दू मुस्लिम एक साथ भाईचारे के साथ रहते आए है, उन्होंने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि हिंसा में जो पीड़ित हुए है उनकी मदद सरकार आने मद से करे, जख्मो पर मरहम लगाने का काम करे, वही प्रशासन और सरकार ठोस नीति बनाए जिससे इस तरह की हिंसा और आसामाजिक तत्वों पर रोक लग सके।
उधर जिले के गैर भाजपा विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी अशोक कुमार से मुलाकात की और जिले की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान विधायक मो शहजाद, ममता राकेश,अनुपमा रावत, फुरकान अहमद, विरेंद्र जाती, उमेश कुमार और पूर्व नेता प्रतिपक्ष व विधायक प्रीतम सिंह ने भगवानपुर घटना पर एसआईटी की मांग उठाई।