हरिद्वार

जेल में करवट बदलते गुजरी “रिजवी की पहली रात, किसी से नहीं की बात..

आम कैदियों से अलग बैरक में मिली जगह,, जमानत याचिका पर शनिवार को होगी सुनवाई..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: भड़काऊ और आपत्तिजनक भाषण देने पर जेल गए आरोपी वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी की पहली रात करवट बदलते हुए बेचैनी में गुजरी। कोविड-19 गाइडलाइन को देखते हुए जितेंद्र नारायण त्यागी को अलग बैरक में रखा गया है। सुबह बैरक खुलने पर सभी कैदी धूप सेंकने बाहर निकले। बताया गया है कि जितेंद्र नारायण त्यागी ने किसी से कोई बात नहीं की।
पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित किताब लिखकर उसका विमोचन करने और अमर्यादित व आपत्तिजनक भाषण देने पर जितेंद्र नारायण त्यागी के खिलाफ पहला मुकदमा नवंबर माह में दर्ज हुआ। कथित धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने पर भी दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए थे। सात साल से कम सजा होने के चलते नियमानुसार 41 सीआरपीसी का नोटिस देने के बावजूद बार-बार वही अपराध करने पर पुलिस ने आखिरकार गुरुवार को नारसन बॉर्डर से आरोपी जितेंद्र नारायण त्यागी को गिरफ्तार कर लिया था। जेल सूत्र बताते हैं कि गुरुवार की रात आरोपी जितेंद्र नारायण त्यागी के लिए बेहद बेचैनी भरी रही और नींद नहीं आ सकी। भले ही रिजवी को आम कैदियों से अलग रखा गया है। लेकिन खाने पीने में वैसा ही भोजन दिया गया, जैसा कि आम कैदियों को दिया जाता है। वहीं, जेल के वरिष्ठ अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि जितेंद्र नारायण त्यागी को जेल मैनुअल के तहत दी जाने वाली हर सुविधाएं दी जा रही हैं। कोविड-19 प्रोटोकोल को देखते हुए नए आने वाले कैदियों को अलग रखा जा रहा है। दूसरी तरफ जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी के जेल जाने से नाराज यति नरसिंहानंद का सत्याग्रह सर्वानंद घाट पर जारी है। शुक्रवार को कई और संत घाट पर पहुंचे और आंदोलन को समर्थन दिया।

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