
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: धर्मनगरी की सड़कों पर अगर आप दूध-दही या मोबाइल खरीदने निकलते हैं, तो आपको शराब के पव्वे और बियर की बोतलें मिल सकती हैं। शनिवार को पुराना रानीपुर मोड़ स्थित शंकर डेयरी और राणा मोबाइल शॉप पर आबकारी विभाग ने छापा मारकर इसका खुलासा किया।शंकर डेयरी पर जब टीम पहुंची तो वहां डेयरी उत्पादों की जगह डीप फ्रीजर में व्हिस्की और बीयर के ब्रांडेड पव्वे रखे मिले। हैरानी की बात यह रही कि छापे के दौरान भी कुछ ग्राहक दुकान में मौजूद थे, जो आबकारी टीम को देख मौके से खिसक लिए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कोई नई बात नहीं है। शंकर डेयरी नाम की यह दुकान लंबे समय से शराब की बिक्री का अड्डा बनी हुई है। लोगों ने यहां तक कहा कि दूध-दही का नाम तो केवल बोर्ड पर लिखा है, अंदर केवल शराब ही बिकती है।
छापेमारी यहीं नहीं रुकी। टीम ने पास ही स्थित राणा मोबाइल शॉप पर भी कार्रवाई की। दुकान के अंदर मोबाइल कम, शराब की बोतलें ज्यादा मिलीं। आबकारी टीम ने मौके से पव्वे और कुछ बंद पैक शराब जब्त की।
अब सवाल यह उठ रहा है कि आबकारी विभाग इतने लंबे समय तक क्यों आंख मूंदे बैठा रहा..? और सवाल आबकारी विभाग पर ही नहीं पुलिस पर भी है। फिलहाल आबकारी विभाग ने दोनों दुकानों से जब्त माल की सूची तैयार कर जांच शुरू कर दी है।
लेकिन जनता की नजर अब इस बात पर टिकी है कि क्या ये सिर्फ एक दिन की कार्रवाई थी या आने वाले दिनों में बड़े रैकेट पर भी शिकंजा कसेगा। लेकिन सवाल यह भी है कि ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान में रोजाना नशे के धंधेबाजों की धरपकड़ का ढोल पीटने वाली पुलिस आखिरकार इस पूरे धंधे से अनजान क्यों बनी रही।
रोज शाम को चौराहे पर सजता है ठेका…..
हरिद्वार के पुराने रानीपुर मोड़ पर रोजाना शाम को खुलेआम शराब की बिक्री होती है। लोग खुलेआम बोतलें खरीदते हैं, चौराहे पर ही दो कोतवालियों की सीमा है। अक्सर चौराहे पर चेकिंग भी होती है। स्थानीय निवासियों और व्यापारियों का कहना है कि इस दौरान पुलिस को बिना हेलमेट और अन्य नियम तोड़ने वाले लोग तो नजर आ जाते हैं लेकिन खुलेआम शराब बेचते माफिया के गुर्गे और खरीद कर ले जाने वाले ग्राहक नजर नहीं आते।