
पंच 👊 नामा ब्यूरो
हरिद्वार: भड़काऊ भाषण के आरोप में जेल भेजे गए जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की जमानत याचिका पर शनिवार को सुनवाई हुई। कोर्ट ने जमानत खारिज कर दी। इस बीच गिरफ्तारी के विरोध में सर्वानंद घाट पर सत्याग्रह कर रहे यती नरसिंहानंद तीखे सवाल पूछने पर बीबीसी रिपोर्टर पर बिफ़र गए। नरसिंहानंद और संतों ने बीबीसी रिपोर्टर और कैमरामैन को पकड़ कर बैठा लिया। इतना ही नहीं, उनके कैमरे और माइक आदि भी अपने कब्जे में ले लिए। जिससे सत्याग्रह स्थल पर गहमा-गहमी की स्थिति पैदा हो गई। इस दौरान नारेबाजी भी हुई। यति नरसिंहानंद और संतों का आरोप है कि बीबीसी रिपोर्टर विनीत खरे उनसे पूर्वाग्रह से ग्रसित सवाल पूछ रहे थे। इस बारे में बीबीसी टीम के खिलाफ पुलिस रिपोर्ट कराने की तैयारी भी की जा रही है। बीबीसी की टीम और यति नरसिंहानंद आदि संतों के बीच हुए विवाद की सूचना चंद मिनट में ही दिल्ली तक पहुंच गई है। यही वजह है कि अधिकारियों के फ़ोन घनघनाने शुरू हो गए हैं। दूसरी तरफ जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की जमानत याचिका पर सुनवाई ऑनलाइन हुई। आरोपी वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी की जमानत मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मुकेश चंद्र आर्य ने खारिज कर दी। अभियोजन पक्ष की ओर से अभियोजन अधिकारी रिंकू वर्मा ने पैरवी। वादी नदीम अली की ओर से सीनियर एडवोकेट सज्जाद अहमद ने अपनी दलील रखते हुए जमानत का विरोध किया।