नौकरी से निकाला तो पानी की टंकी पर चढ़ गए कर्मचारी, अफसरों के फूले हाथ पांव….
एक कर्मचारी अपने 10 वर्षीय बेटे को लेकर टंकी पर चढ़ा..
: औषधालय सिडकुल शिफ्ट करने पर निकाले गए हैं 32 कर्मचारी…
पंच 👊 नामा ब्यूरो
हरिद्वार: गीता भवन स्वर्गाश्रम की ओर से ऋषिकेश में संचालित औषधालय से निकाले जाने से नाराज 11 कर्मचारी पानी की टंकी पर चढ़ गए। एक कर्मचारी अपने 10 साल के बेटे को भी लेकर टंकी पर चढ़ गया। जिससे पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। देर रात तक कर्मचारी टंकी पर चढ़े हुए थे और उन्हें उतारने के प्रयास चल रहे थे।
गीता भवन औषधि निर्माणशाला को कुछ दिन पहले सिडकुल हरिद्वार शिफ्ट कर दिया गया है। जिससे औषधालय के 32 कर्मचारियों को निकाल दिया गया। शुक्रवार को मनोरंजन पासवान, ललित पासवान, राम उत्तम पासवान, मानवराय, कमल राय, प्रमोद यादव, भोला यादव, विजेंद्र कुमार, बहादुर पासवान, ललित पासवान ओवरहेड वाटर टैंक पर चढ गए। चिंता की बात यह रही कि बहादुर पासवान अपने 10 वर्षीय पुत्र सुधांशु के साथ टंकी पर चढ़ गया। कर्मचारियों का कहना था कि नौकरी से निकाले जाने पर उनके परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इसलिए उनके पास मरने के अलावा कोई चारा नहीं है, उनका कहना था कि जब तक उनकी नौकरी वापस नहीं मिलती वह टंकी से नीचे नहीं उतरेंगे। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और टंकी पर चढ़े कर्मचारियों से उतरने का आग्रह किया गया। पुलिस प्रशासन के अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने प्रबंधन से वार्ता की। लेकिन मांगों पर सहमति नहीं बनी। देर रात तक कर्मचारी टंकी पर डटे हुए थे।