झोपड़ी में आग लगने से तीन वर्षीय मासूम की मौत, गंभीर हालत में भाई एम्स रेफर..
रोशनी के लिए लगाई गई मोमबत्ती से भड़की आग, गरीब परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: चंडी घाट पुल के समीप गौरीशंकर पार्किंग क्षेत्र में देर रात दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। एक झोपड़ी में आग लगने से उसमें सो रहे दो मासूम झुलस गए, जिसमें तीन वर्षीय कृष्णा की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि चार वर्षीय मुन्ना को गंभीर हालत में हायर सेंटर एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया है।जानकारी के अनुसार, सोनू पुत्र विमल साहू निवासी पाडलीगंज, थाना दुल्हन बाजार, पटना (बिहार), उम्र 34 वर्ष परिवार सहित गौरीशंकर पार्किंग क्षेत्र में अस्थायी झोपड़ी बनाकर रह रहा था। रोज़गार के सिलसिले में यहां रह रहे सोनू ने अपनी झोपड़ी के भीतर दो छोटे बेटों—कृष्णा (3 वर्ष) और मुन्ना (4 वर्ष) को सुला दिया था, जबकि स्वयं अपनी पत्नी सुनीता (30 वर्ष) और दो बेटियों नंदिनी (9 वर्ष) तथा मुस्कान (6 वर्ष) के साथ झोपड़ी के बाहर सो रहा था।
मोमबत्ती बनी हादसे का कारण….
परिवार के अनुसार, झोपड़ी में प्रकाश के लिए मोमबत्ती जलाई गई थी, जो संभवतः गिरकर सुलगती रही और देर रात झोपड़ी में आग भड़क उठी। जब तक परिवार कुछ समझ पाता, आग ने विकराल रूप ले लिया। झोपड़ी में सो रहे दोनों मासूम झुलस गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। थानाध्यक्ष नितेश शर्मा फोर्स सहित मौके पर पहुंचे और तत्काल फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। साथ ही फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई।फायर ब्रिगेड ने बुझाई आग, फोरेंसिक जुटा साक्ष्य…..
आग को पूरी तरह बुझा लिया गया है। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल से नमूने एकत्र कर लिए हैं। प्रथम दृष्टया आग का कारण मोमबत्ती माना जा रहा है, लेकिन पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है।मुन्ना 30% झुलसा, हालत गंभीर…..
चार वर्षीय मुन्ना की हालत गंभीर बताई जा रही है। उसे पहले जिला अस्पताल लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया। डॉक्टरों के अनुसार, वह लगभग 30 प्रतिशत झुलसा है।पुलिस और प्रशासन ने संभाला मोर्चा…..
घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी नगर शिशुपाल सिंह भी मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।शोक में डूबा इलाका, प्रशासन ने जताया दुख…..
मासूम कृष्णा की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है।