महफ़िल-ए-शमा
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साबिर के दर पर 20 साल बाद मिले दो जिगरी दोस्त, आंखों में तैर उठा बचपन…
(पिरान कलियर:-पंच👊नामा) “यार को हमने जा बजा देखा,, कहीं ज़ाहिर तो कहीं छुपा देखा….. मशहूर शायर नियाज़ बरेलवी का ये शेर…
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छोटी रोशनी पर जगमगाई दरगाह, बारिश ने किरकिरा किया मज़ा….
(पिरान कलियर:-उर्स स्पेशल-11) छोटी रोशनी पर जगमगाई दरगाह, बारिश ने किरकिरा किया मज़ा.. पिरान कलियर: सूफीज्म का बड़ा मरकज़ दरगाह…
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