
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: यात्रा सीजन के बीच मध्य प्रदेश से ऋषिकेश पहुंची उज्जैन एक्सप्रेस में एक महिला के कटे हाथ और पैर मिलने से सनसनी फैल गई। दरअसल, वॉशिंग लाइन पर धुलाई के दौरान रेलकर्मियों को एक डिब्बे में टॉयलेट के पास प्लास्टिक का कट्टा मिला।

जिसे खोला गया तो रेलकर्मियों का कलेजा मुंह को आ गया। कट्टे में किसी महिला के हाथ और पैर काटकर भरे गए थे। रेलकर्मियों की सूचना पर जीआरपी और रेलवे आरपीएफ की टीम ने जानकारी ली। अब जीआरपी और आरपीएफ इस मामले की गुत्थी सुलझाने में जुट गई है।
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बेदर्दी से किया गया कत्ल…….

महिला के हाथ और पैरों को उसके जिस्म से जिस तरह से काट कर अलग किया गया है, उससे साफ है कि बड़ी बेदर्दी के साथ महिला का कत्ल किया गया है। इंदौर से चलकर ये ट्रेन ऋषिकेश पहुंची है, अब यह पता लगाया जा रहा है कि कटे हुए हाथ पैर से भरा यह कट्टा आखिर कहां पर ट्रेन में रखा गया है।

हाथ और पांव के आधार महिला की शिनाख्त होना आसान नहीं है। इसलिए इस केस की गुत्थी सुलझाना किसी चुनौती से कम नहीं है। प्रथम दृष्टया यह माना जा रहा है कि कातिल ने पकड़े जाने से बचने के लिए महिला की हत्या करने के बाद उसके शरीर के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर ठिकाने लगाया है।

कहीं किसी महिला के लापता होने की जानकारी मिलने पर उसके परिजन यदि हाथ और पांव को देखकर पहचान करा सकें तो हत्या की गुत्थी सुलझना संभव है। लेकिन इसके लिए जीआरपी और आरपीएफ को काफी पसीना बहाना होगा।
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बदबू आने पर ठनका माथा……

उज्जैन एक्सप्रेस सोमवार शाम करीब साढ़े छह बजे ऋषिकेश के योगनगरी रेलवे स्टेशन पर पहुंची। यार्ड वाशिंग लाइन नंबर 9 पर खड़ी होने के बाद कर्मचारियों ने ट्रेन की जांच के दौरान कोच एस-1 और एस-2 के बीच टायलेट के पास एक संदिग्ध प्लास्टिक का कट्टा दिखा। जिससे भयंकर बदबू आ रही थी।

रेलकर्मियों का माथा ठनका और उन्होंने आरपीएफ व जीआरपी को सूचना दी। आरपीएफ उपनिरीक्षक गायत्री देवी और जीआरपी उपनिरीक्षक आनंद गिरी ने प्लास्टिक कट्टे को खोलकर चेक किया तो दो कटे हुए हाथ और दो कटे हुए पैर मिले। आला अधिकारियों के निर्देश पर जीआरपी व आरपीएफ टीमें सुराग लगाने में जुट गई हैं।