
पंच👊नामा
रुड़की: बेलड़ा प्रकरण में उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर धरना दे रहे चार लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।

दरअसल आयोग ने आरोपो का संज्ञान लेते हुए कड़ी नाराजगी जाहिर की थी और जिलाधिकारी हरिद्वार व एसएसपी हरिद्वार को पत्र भेजकर 24 घंटे के अंदर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पत्र का संज्ञान लेते हुए धरने का नेतृत्व कर रहे चार लोगों के खिलाफ रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।

गौरतलब हैं कि बेलड़ा गाँव में दलित युवक की मौत के बाद बवाल हो जिस था, इसके बाद गाँव में राजनेताओं से लेकर एससी एसटी आयोग ने भी गांव पहुँचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली थी। अभी चार दिन से दलित पक्ष के लोग रुड़की नगरनिगम के सामने रविदास घाट पर अनुसूचित जाति आयोग पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठे है।

धरनास्थल पर अनुसूचित जाति आयोग पर वादाखिलाफी और 12 सूत्रीय मांग लिखा बैनर भी लगाया गया है। धरने पर बैठे लोगों से पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने वार्ता भी की लेकिन धरने पर बैठे लोग पीछे हटने को तैयार नही है। आयोग पर वादाखिलाफी का आरोप लगाने का संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग के सचिव ने एक पत्र जिलाधिकारी हरिद्वार व एसएसपी हरिद्वार को

भेजकर अधिवक्ता संजीव वर्मा, योगेश कुमार, कुलदीप व रणवीर गौतम के खिलाफ 24 घंटे के अंदर कानूनी कार्रवाई करने और कार्रवाई से आयोग को अवगत कराने के निर्देश दिए थे। पत्र का संज्ञान लेकर रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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“आयोग की छवि धूमिल करने का आरोप….

उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए धरनास्थल पर लगाए गए बैनर का संज्ञान लेते हुए आयोग के सचिव ने हरिद्वार डीएम/एसएसपी को पत्र भेजकर बताया कि आयोग एक संवैधानिक संस्था है, इसकी गरिमा का ध्यान नही रखा गया है। मा० आयोग की छवि को धूमिल किए जाने के प्रयास के संबंध में आरोपियों के खिलाफ 24 घंटे के अंदर कार्रवाई के निर्देश दिए गए।