
पंच👊नामा-ब्यूरो
सुल्तान, हरिद्वार: बदलते दौर में शिक्षा के क्षेत्र में मुस्लिम लड़कियां किस तरह कदमताल कर रही हैं, गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कन्या गुरुकुल परिसर की छात्रा जन्नत परवीन ने अंग्रेजी विषय से पीएचडी पूरी कर इसकी ताजा मिसाल कायम की है। जन्नत अब डा. जन्नत परवीन के नाम से जानी जाएंगी। उन्होंने “मैजिक रिअलिज्म अक्रोस कल्चर्स: ए स्टडी आफ सेलेक्ट नॉवलिस्ट’ यानि “संस्कृतियों में जादुई यथार्थवाद: चुनिंदा उपन्यासकारों का एक अध्ययन’ विषय पर डा. मंजुला कौशिक के निर्देशन में पीएचडी की है। इस कामयाबी पर परिवार में खुशी की लहर है। रिश्तेदारों के अलावा समाज के मौअज्जिज लोगों ने उनके परिवार को मुबारकबाद पेश करते हुए डॉ जन्नत परवीन के बेहतरीन मुस्तकबिल की दुआएं की हैं।

मुस्लिम समाज में लड़कियों की पढ़ाई को लेकर अब नजरिया बदल रहा है। हरिद्वार देहात से कई मुस्लिम लड़कियों ने जज बनकर अपने परिवार, गांव और जिले का नाम रोशन किया है। इसी कड़ी में ज्वालापुर निवासी जन्नत परवीन ने अंग्रेजी में पीएचडी कर उच्च शिक्षा के क्षेत्र अपने कदम बढ़ाए हैं। ज्वालापुर पुरानी घास मंडी स्थित स्लेडन गंज निवासी राशिद हुसैन और फरीदा बेगम की बेटी जन्नत परवीन गुरकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कन्या गुरुकुल परिसर की छात्रा हैं। जन्नत परवीन स्कूल के समय से ही पढ़ाई में बेहद होशियार रही हैं। गुरुकुल से उन्हें गोल्ड मेडल भी मिल चुका है।
“पंच👊नामा ख़बर… से बातचीत में जन्नत परवीन ने बताया कि आज के दौर लड़कियां किसी भी फील्ड में पीछे नहीं है। मन लगाकर मेहनत की जाए तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। इसलिए लड़कियां खुद को कमतर न समझें, बल्कि अपना लक्ष्य निर्धारित कर मज़बूत इरादों के साथ उसे हासिल करने में जुट जाएं। इस कामयाबी का श्रेय अपने शिक्षकों और परिवार को देते हुए उन्होंने बताया कि अंग्रेजी शिक्षिका डा. मंजुला कौशिक, विभागाध्यक्ष डा. मुदिता अग्निहोत्री का विशेष सहयोग मिला है।

वहीं, जमीयत उलेमा ए हिंद के सदर मौलाना आरिफ कासमी, मौलाना इकबाल कासमी, ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर, पार्षद अनुज सिंह, मंडी समिति के पूर्व उपाध्यक्ष अरशद ख्वाजा आदि ने जन्नत परवीन व उनके परिवार को मुबारकबाद दी है। जन्नत परवीन के वालिद राशिद हुसैन, चाचा इकबाल हुसैन उर्फ बब्बू, भाई मोइन सिद्दीकी, मोहम्मद कैफ, मेहताब आलम, समीर खान, अली, परवेज़ आलम सहित परिवार के सदस्य व रिश्तेदार इस कामयाबी पर फ़ख्र महसूस कर रहे हैं।