उत्तराखंड

जाखण गांव में राहत कार्यों के लिए खुद उतरे कमांडेट मणिकांत मिश्रा..

चार घंटे तक गांव में आपदा एवं राहत बचाव कार्य का लिया जायजा..

पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: एसडीआरएफ को उत्तराखंड की लाइफ सेव लाइन यू ही नहीं कहा जाता है। आपदा की इस घड़ी में एसडीआरएफ के जाबांज रातदिन अपने प्राणों की परवाह किए बगैर काम कर रहे हैं। फ्रंट लाइन पर काम कर रहे इन जवानों का हौसला लगातार एसडीआरएफ के कमांडेट मणिकांत मिश्रा बढ़ा रहे हैं। जाखण गांव में भी चार घंटे तक कमांडेंट ने जवानों के बीच रहकर राहत कार्यों को आगे बढ़ाने का काम किया।दो दिन पहले देहरादून जिले जाखण गांव में आपदा ने काफी तबाही मचाई। तब से एसडीआरएफ की टुकड़ी यहां पर लगातार काम कर रही है। गुरुवार को एसडीआरफ के कमांडेट आईपीएस मणिकांत मिश्रा ने गांव में पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। उन्होंने सबसे पहले तो रास्ता बनाने के निर्देश दिए। साथ ही ऐसे ढांचों को तत्काल हटाने के निर्देश दिए, जिससे राहत एवं बचाव कार्य में बाधा आ सकती है। इसके बाद उन्होंने प्रभावित लोगों से बातचीत करते हुए कहा कि उनको हर संभव मदद दी जा रही है। एसडीआरएफ की पहली प्राथमिकता उनको सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की हैं। इसके लिए टीम रात दिन लगी हुई है। बताते चले कि एक दिन पहले ही एसडीआरएफ ने रुद्रप्रयाग जिले से ढाई सौ लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इससे पहले पौड़ी, लक्ष्मणझूला में भी लगातार एसडीआरएफ राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई है।

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