मातृसदन के अनशन के बीच गंगा में सफाई के समर्थन में उतरे संत, राजनीति करने वालों को दी नसीहत..
शासन प्रशासन से की गंगा सहित सभी नदियों में सफाई की मांग, ऐसा न होने पर बाढ़ का जताया खतरा..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: गंगा में अवैध खनन के आरोप को लेकर मातृ सदन के अनशन के बीच भारत माता मंदिर के महंत और पंचायती अखाड़ा श्री निरंजन के महामंडलेश्वर ललितानंद गिरी ने गंगा में सफाई की मांग की है। सफाई न होने पर बाढ़ का खतरा जताते हुए उन्होंने शासन प्रशासन से गंगा सहित अन्य नदियों में भी सफाई कराने की मांग की है।पत्रकारों से बातचीत करते हुए निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर ललितानंद गिरी ने गंगा सफाई को लेकर अपनी राय रखी। महामंडलेश्वर ने कहा कि गंगा की सफाई लंबे हर वर्ष होती है। गंगा की सफाई न होने से जहां पर्यावरण असंतुलित होगा, वही बाढ़ जैसी भी विभीषिका के हालात भी होंगे।

ऐसे में आमजन को ही इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।विशेषकर गंगा के किनारे रहने वाले आमजन के लिए गंगा की सफाई होना नितांत आवश्यक है। महामंडलेश्वर बोले कि यदि गंगा के नाम पर कोई गंगा सफाई के नाम पर अवैध खनन होता है तो सिस्टम उसे पर नकेल कसे। गंगा की सफाई उतनी ही जरूरी है जितना मानव जीवन है ,क्योंकि सफाई न होने से गंगा रौद्र रूप लेकर कहर बरपा सकती है। महामंडलेश्वर ने कहा कि गंगा सफाई के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। बिना मातृ सदन संस्था का नाम लिए वह बोले कि अगर किसी को गंगा सफाई को लेकर कोई शिकायत है तो इसकी शिकायत राज्य सरकार से की जाए,
जिससे उसकी जांच कर कर सरकार दूध का दूध पानी का पानी करेगी। ऐसे में राज्य सरकार पर सीधे आरोप लगाना ठीक नहीं है। महामंडलेश्वर ने कहा कि कहां की गंगा प्रेमियों को भी इस पर अपनी खुलकर राय रखनी चाहिए, क्योंकि गंगा सफाई न होने के घातक परिणाम आना तय है।