
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कनखल थाने में 2 दिन पहले शत्रु संपत्ति बेचने के आरोप में पति-पत्नी के खिलाफ दो करोड़ की धोखाधड़ी के मुकदमे के पीछे बड़ा खेल सामने आया है। दरअसल पहले राम प्रकाश गोयल ने ही दोनों प्रॉपर्टी डीलरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

जिसमें आरोप लगाया गया था कि प्रॉपर्टी डीलरों ने राम प्रकाश गोयल व उसके परिवार की 13 हजार फ़ीट ज्यादा जगह बेच दी। लेकिन इस मामले में प्रॉपर्टी डीलरों ने बड़ा खेल करते हुए 2 करोड़ रुपये लेकर शत्रु संपत्ति बेचने के आरोप में मुकदमा दर्ज करा दिया।

सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि मामूली लेनदेन के विवाद में मुकदमा दर्ज करने से पहले पुलिस कई बार जांच करती है, लेकिन यहां दो करोड रुपए के लेनदेन के आरोप में दो मिनट के भीतर एफआईआर हो गई। इतनी बड़ी रकम का लेनदेन कहां और किस तरीके से हुआ है इस पर कोई बात ही नहीं हुई।

मजेदार बात ये है कि आरोपी पक्ष का शत्रु संपत्ति से कोई लेना-देना है। इस पर तहसील प्रशासन से कोई रिपोर्ट लेने की जहमत नहीं उठाई गई। आरोपी राम प्रकाश गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रॉपर्टी डीलरों पर आरोप लगाते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। बताया कि उन्होंने अपनी जमीन अपूर्व वालिया को बेची थी। उसकी एवज में इन्होंने एक करोड़ ग्यारह लाख रूपये के चैक जो कि रजिस्ट्री में खुले हुए है, जिनका भुगतान नहीं किया। केवल आश्वासन ही दिया गया। आरोप लगाया कि दोनों प्रॉपर्टी डीलरों ने हमसे खरीदी गयी जमीन से अधिक जमीन अन्य लोगों को धोखाधड़ी कर विक्रय कर दी गयी है और आर्थिक लाभ प्राप्त कर लिया है।

जिसके सम्बन्ध में उन्होंने एक मुकदमा अपूर्व वालिया व उपदेश चौधरी के विरूद्ध थाना कनखल में दर्ज कराया था जिसमें पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगाकर फाइल बंद कर दी थी। लेकिन कोर्ट से मामला वापस होने के बाद अब इस मामले की जांच खानपुर थाने की पुलिस कर रही है। आरोप लगाया कि इस मुकदमे को लेकर दबाव बनाने और अतिरिक्त बेची गई जमीन का भुगतान न करने के उद्देश्य से आरोपी प्रॉपर्टी डीलर अपूर्व वालिया और उपदेश चौधरी ने पुलिस से मिलीभगत कर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले को लेकर वह है डीजीपी से लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे और कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे।