
पंच👊नामा-ब्यूरो
उत्तराखंड डेस्क: गांव में सामूहिक पूजा के दौरान एक सरपंच ने अपने चचेरे भाई की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। यह दिल दहला देने वाली घटना उत्तराखंड में बागेश्वर जिले के कपकोट थाना क्षेत्र में सामने आई।

नौकोड़ी गांव के बमनखेत तोक में गांव में जागर (इष्ट पूजा) लगाई गई थी। उसी दौरान सरपंच व उसके भाई ने अपने चचेरे भाई की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। बीच-बचाव में आए मृतक के छोटे भाई-भाभी को भी चाकुओं से घायल कर दिया।

गंभीर रूप से घायल मृतक के भाई को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया है। छोटे भाई की पत्नी की रिपोर्ट पर पुलिस ने सरपंच और उसके भाई के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस के अनुसार, नौकोड़ी के बमनखेत गांव की पुरानी बाखली के आंगन में रविवार रात गढ़देवी की पूजा (घन्याली) चल रही थी। इसमें एक ही बिरादरी के 29 परिवारों के लोग शामिल थे।

इस दौरान रात करीब साढ़े बारह बजे दो चचेरे भाइयों में किसी बात को लेकर विवाद शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ा की सरपंच चंचल सिंह और उसके भाई महेश ने अपने चचेरे भाई शंकर सिंह (47) पर चाकू से वार कर दिए।

हमलावर ने चाकू दो बार पेट में दाईं तरफ और एक बार पीठ में गोद दिया। इस दौरान बीच-बचाव को आए शंकर के छोटे भाई खुशाल सिंह (44) और खुशाल की पत्नी सरुली देवी भी बुरी तरह घायल हो गए।
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“एक घन्टे तड़पता रहा घायल…
चाकू लगते ही शंकर सिंह जमीन पर गिर गया और एक घंटे तक तड़पते रहा। ज़्यादा खून बहने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

शंकर की मौत की सूचना मिलते ही आरोपी सरपंच और उसका भाई फरार हो गए। ग्रामीणों ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव कब्जे में लिया और घायल खुशाल सिंह और उसकी पत्नी सरुली देवी को सीएचसी कपकोट में भर्ती कराया। वहां से घायल को पहले जिला अस्पताल बाद में हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। थानाध्यक्ष प्रताप नगरकोटी ने बताया कि सरुली देवी की रिपोर्ट पर सरपंच चंचल और उसके भाई महेश के खिलाफ 302, 324, 506 में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।