उर्स की अहम रस्म पर टंकियां खाली, वुज़ू के लिए भटक रहे जायरीन….
बद से बदतर इंतजामों की हर दिन खुल रही पोल..
(सरवर सिद्दीकी)
पिरान कलियर: दरगाह प्रशासन व्यवस्थाओं को लेकर कितना गम्भीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साबिर पाक के उर्स मेला अवधि समाप्त होने से पहले ही दरगाह में वुज़ू के लिए पानी तक मुहैया नही है।
पानी की टँकीया खाली है और नमाज़ी वुज़ू के लिए इधर-उधर भटक रहे है।
आज माह रविउल-अव्वल की 17 तारीख है जिसे सत्रहवीं कहा जाता है इस दिन साबिर पाक के उर्स/मेले में अधिक भीड़ रहती है, रात की होने वाली महफ़िल में दूर दराज से जायरीन पहुँचते है, जो दरबार-साबिर पाक में हाजरी लगाते है और साबरी जामा मस्जिद में नमाज़ अदा करते है। बिडम्बना देखिये आज सत्रहवीं के दिन दरगाह परिसर में वुज़ू तक के लिए पानी नही है। जायरीन पानी के लिए भटकते दिखाई दे रहे है। जब इस बाबत दरगाह कार्यालय के अधिकारियों से वार्ता करनी चाहिए तो उन्होंने फोन नही उठाया।
गौरतलब है कि उर्स मेले को लेकर प्रशासन ने करोड़ो खर्च कर व्यवस्थाएं स्थापित करने का दावा किया है लेकिन वुज़ू का पानी ना मिलने से प्रशासन के दावों की हवा निलती दिखाई दे रही है।