पंच👊नामा-ब्यूरो
सुल्तान, हरिद्वार: जिले में एक के बाद एक मुठभेड़ की 3 दिन के भीतर दो घटनाओं से हरिद्वार और पड़ोसी जिलों के गौ तस्करों में दहशत फैली हुई है। साथ ही पुलिस का इक़बाल बुलंद है।
मुठभेड़ के दौरान गोली लगने और भागने का प्रयास करने पर टांग टूटने से चारों तस्कर अब जीवन भर इस धंधे के लायक नहीं रहेंगे।
गौकशी और गौ तस्करी करने वालों में पुलिस की दहशत को लोग अच्छा मान रहे हैं। बेशक यह समाज हित में है। इसलिए लोग खुलकर हरिद्वार पुलिस की सराहना भी कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर पुलिस की कार्रवाई को बड़ा कदम मानते हुए यह मांग भी उठा रहे हैं कि बरेली उत्तर प्रदेश से स्मैक जैसे जानलेवा नशे की खेप लाकर हरिद्वार जिले के युवाओं का जीवन बर्बाद करने और नस्लें तबाह करने वाले तस्करों पर भी इसी अंदाज में नकेल कसी जानी चाहिए।
इतना ही नहीं, आमजन में जहां-जहां मुठभेड़ की चर्चा हो रही है, वहां-वहां लोग इस बात पर भी एकमत है कि गौ तस्करों की तरह नशा तस्करों का भी गोली से स्वागत होना चाहिए।
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“गौकशी की तरह नशे का धंधा भी नासूर…….
गौकशी और गौतस्करी की तरह नशे का धंधा भी जिले में नासूर बन चुका है। शहरी से लेकर सुदूरवर्ती गांवों और दुर्जन बस्तियों तक स्मैक का जानलेवा नशा पहुंच चुका है।
पुलिस कप्तान अजय सिंह की अगुवाई में हरिद्वार जिले की पुलिस ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान के तहत बेहतरीन कार्य कर रही है। हाल के दिनों में पुलिस टीमों ने एसओजी की मदद से कई बड़े तस्करों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा है।
गौ तस्करों से हाल के दिनों में हुई मुठभेड़ की घटनाओं में लोग इस बात पर आश्चर्य नहीं जता रहे हैं कि गाय तस्करी करने वालों ने पुलिस पर गोली क्यों चलाई,
बल्कि व्हाट्सएप ग्रुप और फेसबुक पर कई लोग पुलिस की कार्रवाई को अच्छा कदम बताते हुए यह मांग उठा रहे हैं कि इसी पैटर्न पर नशा तस्करों का भी इलाज होना चाहिए।
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“इधर निशाने पर बेजुबान, उधर नौजवान……..
गौ तस्करी और गौकशी करने वाले लोग एक बेजुबान की जान ले रहे हैं। इसी तरह नशा तस्करी करने वाले लोग नौजवानों की नसों में जहर घोलकर नई नस्ल उजाड़ते हुए देश का भविष्य चौपट कर रहे हैं।
पिछले कुछ सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो सैकड़ों की संख्या में नौजवान अकाल मौत का शिकार हुए हैं। जबकि हजारों की तादाद में युवा धीमा जहर लेकर मौत के मुहाने पर खड़े हैं।
लिहाजा लोगों की यह मांग जायज है और पुलिस कप्तान अजय सिंह के तेवरों को देखते हुए उन्हें पूरी उम्मीद है कि आने वाले दिनों में हरिद्वार की जांबाज पुलिस नशे के धंधेबाजों से भी गौ तस्करों की तरह गोली की भाषा में जवाब देगी।